अलीगढ़

एवियन इन्फ्लूएंजा से निपटने के लिए जिला टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न

अप्रैल-जुलाई 2025 तक भेजे गए 280 सैंपल की आई निगेटिव रिर्पोट

अलीगढ़ जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) से उत्पन्न संभावित परिस्थितियों से निपटने के लिए जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में पशुपालनस्वास्थ्यवन एवं पर्यावरणसिंचाईपंचायती राजनगर निगमलोक निर्माणपुलिस और राजस्व विभाग सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बर्ड फ्लू की किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए सभी विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी संदिग्ध हालात की सूचना तत्काल नियंत्रण कक्ष को दी जानी चाहिएताकि समय रहते आवश्यक कदम उठाए जा सकें। जिलाधिकारी ने आमजन से भी अपील की कि यदि कहीं मृत अथवा अस्वस्थ पक्षी दिखाई दे तो उसकी सूचना तुरंत संबंधित विभाग को देंजिससे स्थिति पर तत्काल नियंत्रण पाया जा सके। उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू जैसी संभावित चुनौती से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह तैयार है और सभी विभागों को सतर्कतातत्परता और संवेदनशीलता के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने सीवीओ को निर्देशित किया कि पोल्ट्री फार्म संचालकों से कार्य करने वाले कार्मिकों के लिए मास्क एवं अन्य सुरक्षात्मक प्रबंध सुनिश्चित कराए जाएं ताकि इंसानांे में संक्रमण के फैलने की संभावना को न्यून किया जा सके।मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दिवाकर त्रिपाठी ने बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में पांच रेपिड रिस्पॉन्स टीमें गठित की गई हैंजो तहसील स्तर पर सक्रिय हैं। प्रत्येक टीम में पशु चिकित्साधिकारीपशुधन प्रसार अधिकारी और सहयोगी कर्मचारी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जिले में वर्तमान समय में 63 पोल्ट्री फार्म संचालित हैंजिनसे प्रतिमाह लगभग 22 लाख 61 हजार 850 अंडों का उत्पादन हो रहा है। इसके अतिरिक्त कुक्कुट विकास नीति के अंतर्गत 30 हजार और 10 हजार पक्षियों की कमर्शियल यूनिट्स से क्रमशः 94 लाख 82 हजार 700 और 12 लाख 46 हजार 100 अंडों का उत्पादन होता है। साथ ही, 10 हजार पक्षियों की एक ब्रायलर यूनिट से प्रतिमाह 2 लाख 18 हजार उत्पादन हो रहा है।सीवीओ ने बताया कि अप्रैल 2025 से जुलाई 2025 तक जिले से कुल 280 सैंपल जांच के लिए भेजे गएजिनमें 131 क्लोयकल और 149 ट्रेकियल सैंपल शामिल रहे। राहत की बात यह रही कि किसी भी सैंपल में एवियन इन्फ्लूएंजा की पुष्टि नहीं हुई है। बैठक में विभागवार तैयारियों की समीक्षा भी की गई। इसमें लोक निर्माण विभाग ने गड्ढा खोदने के लिए मशीनरी की उपलब्धता की जानकारी दीवहीं वन विभाग ने संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाने की बात कही। स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल रैपिड रिस्पॉन्स टीम के गठनएंटीवायरल दवाओं और आवश्यक लॉजिस्टिक की उपलब्धता के बारे में बताया। इसी तरह पंचायती राज विभाग ने जन-जागरूकता और स्वच्छता संबंधी गतिविधियों की जानकारी साझा की।बैठक में सीडीओ प्रखर कुमार सिंहएडीएम वित्त प्रमोद कुमारसीएमओ डा0 नीरज त्यागीपशु चिकित्साधिकारी डा0 अमित पालडा0 कप्तान सिंहडा0 तेजवीर एवं अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।

ऊपरी गंगा नहर को रेगुलेशन मैन्युअल ऑर्डर के अनुसार चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है बंदनहर व्यवस्था के सुचारु संचालन एवं सिल्ट निकासी की दृष्टि से आवश्यककिसानन भाई करें सहयोग  अलीगढ़ अधिशासी अभियंता सिंचाई राजेंद्र कुमार ने बताया कि गंगा नदी में सिल्ट की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाने के कारण ऊपरी गंगा नहर को रेगुलेशन मैन्युअल ऑर्डर के अनुसार चरणबद्ध तरीके से बंद किए जाने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि यह कदम नहर व्यवस्था के सुचारु संचालन एवं सिल्ट निकासी की दृष्टि से आवश्यक है। अभियंता ने किसानों एवं आमजन से अपील की है कि वे इस स्थिति में धैर्य एवं सहयोग बनाए रखें।

JNS News 24

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