अलीगढ़

रामलीला मैदान में जगमगाया सारथी का दिव्य दीपोत्सव

19 अक्टूबर ,दीपों का सागर, रोशनी की लहरें और “जय श्री राम सारथी आपका साथी” की झिलमिलाती आस्था

अलीगढ़, रविवार की सायं रामलीला मैदान में जब हजारों दीप एक साथ प्रज्वलित हुए, तो मानो अंधकार हार गया और भक्ति, एकता व सामाजिक समरसता का उजाला जीत गया। सारथी परिवार द्वारा आयोजित “दिव्य दीपोत्सव” का दृश्य ऐसा था जैसे पूरा मैदान त्रेतायुग की अयोध्या बन गया हो। हर दीप में एक भावना थी, हर लौ में एक संकल्प “अंधकार मिटे, समाज जुड़े, और हर हृदय में प्रकाश फैले।” कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान श्रीराम के जयघोष और मंगल दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। जैसे ही दीपों से “जय श्री राम सारथी आपका साथी” का भव्य लेख बना, उपस्थित जनसमूह के हृदय में श्रद्धा और उत्साह का संचार हो उठा। लोगों ने अपने मोबाइल की फ्लैशलाइट्स जलाकर दीपों की उस लड़ी में अपने भावों का भी दीप जोड़ दिया। वह दृश्य ऐसा था मानो पूरी अलीगढ़ नगरी श्रद्धा और भक्ति की रोशनी में नहा उठी हो।सारथी परिवार के अध्यक्ष ऋषभ गर्ग ने कहा कि दीप प्रज्ज्वलन केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि एक सशक्त सामाजिक संदेश है। “हर व्यक्ति अपने भीतर का दीप जलाए, अपने आसपास उजाला फैलाए, और जो अंधकार किसी मन में है, उसे प्रेम, सेवा और सहयोग से मिटाए।” वहीं सारथी के महामंत्री आकाश अग्रवाल ने कहा कि सारथी का उद्देश्य सदैव यही रहा है कि समाज के हर वर्ग में सहभागिता की भावना जागे। “हम साथ हैं” की यही भावना सारथी के हर सदस्य के कार्यों में झलकती है चाहे दीपोत्सव का आयोजन हो या समाज सेवा का कोई कार्यक्रम।दीप अर्पण के मनमोहक दृश्य, भक्ति गीतों की मधुर धुन और पुष्पवर्षा से पूरा वातावरण भावविभोर हो उठा। हर आयु वर्ग के लोगों ने श्रद्धा और उल्लास के साथ दीप जलाए। बच्चों की मुस्कान और बुजुर्गों की आशीष ने कार्यक्रम को पारिवारिक और आध्यात्मिक रंग दे दिया। सारथी के सदस्य महेश अग्रवाल ने कहा कि “दीप जलाने का अर्थ केवल अंधकार मिटाना नहीं, बल्कि अपने भीतर की करुणा, सेवा, प्रेम और एकता की लौ को प्रज्वलित करना है।”कार्यक्रम के समापन पर पूरे सारथी परिवार ने सामूहिक रूप से संकल्प लिया कि इस दीपावली से प्रेरणा लेकर समाज सेवा की लौ पूरे वर्ष प्रज्वलित रखी जाएगी। सारथी परिवार ने यह संदेश दिया कि जब एक दीप दूसरे दीप को जलाता है, तो उसका प्रकाश कम नहीं होता बल्कि बढ़ता है। यही सारथी की विचारधारा है साझा प्रकाश, साझा आनंद।सारथी के सदस्य हर्षित राजा ने मंच से घोषणा करते हुए बताया कि आगामी कार्यक्रम “अन्नकूट महोत्सव एवं गोवर्धन पूजा समारोह” 22 अक्टूबर (बुधवार) को रामलीला मैदान में भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा। उन्होंने शहरवासियों को आमंत्रित करते हुए कहा कि यह उत्सव किसी एक संस्था या वर्ग का नहीं, बल्कि हर उस जनमानस का है जिसके हृदय में आस्था और श्रद्धा की ज्योति जलती है। सौरभ बालजीवन ने कहा कि “अन्नकूट महोत्सव केवल पूजन या प्रसादी का नहीं, बल्कि एकता, प्रेम और सहयोग के उत्सव का प्रतीक है। अन्नकूट का अर्थ ही है ‘जहाँ हर घर का अन्न मिलकर महाप्रसाद बने, और हर हृदय प्रेम से भर जाए।’”कोषाध्यक्ष भव्य अग्रवाल ने बताया कि कार्यक्रम की तैयारियाँ जोश और अनुशासन के साथ जारी हैं। सारथी परिवार के सभी सदस्यों को विशेष दायित्व सौंपे गए हैं ताकि प्रत्येक अतिथि का स्वागत सौहार्द, श्रद्धा और सम्मान के साथ हो सके। उन्होंने कहा कि सारथी परिवार का हर सदस्य समाज को एक परिवार के रूप में देखता है, जहाँ दीप, अन्न और भावना सब मिलकर “एकता के महोत्सव” का रूप लेते हैं।कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे: भव्य अग्रवाल, शोभित अग्रवाल, पुनीत बुलबुल, अभिनव, शिखर अग्रवाल, आकाश अग्रवाल, संयम पाराशर, ऋषभ गर्ग, सौरभ बालजीवन, नीरज कोल्ड, अंकित स्वस्तिक, हर्षित राजा, शौर्य अग्रवाल, पीयूष बंसल, डॉ. प्रतीक अग्रवाल, प्रखर अग्रवाल, सीए लोकेश, सीए निगम अग्रवाल, नीरज जटारी, वत्सल, विक्रम प्रताप सिंह, कपिल गायत्री, सौमित्र, ईशांक और महेश अग्रवाल आदि।

सारथी परिवार (रजि.), अलीगढ़ के महामंत्री आकाश अग्रवाल ने समापन में कहा, “हम दीप नहीं जलाते, हम उजाला बाँटते हैं क्योंकि सारथी का हर सदस्य स्वयं में एक दीप है, जो समाज के मार्ग को आलोकित करता है।”

JNS News 24

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