डीएम अंद्रा वामसी ने इस विवाद पर समझौता करवा दिया है.
आयुष्मान कार्ड के लक्ष्य को पूरा करने का निर्देश दिया.
बस्ती में सीएमओ और सीडीओ के बीच चल रही तकरार अब समाप्त हो गई है. डीएम अंद्रा वामसी ने इस विवाद की सुलह करा दी. है. डीएम ने इस मामले में अपना पक्ष जारी करते हुए बताया कि दोनो ही अफसर को अपने आचरण में अनुशासन और सौम्यता लाने की अपील की गई है. साथ ही योजना के नोडल अधिकारी को साफ तौर पर निर्देश भी दिया है कि एक माह के अंदर जनपद में 1,69,000 आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे.जिससे पूरे प्रदेश में फिसड्डी बना बस्ती जिला की रैंकिंग में सुधार हो सके. डीएम के कड़े रुख के बाद बस्ती के स्वास्थ्य अधिकारी अब अपने अपने काम पर लौट गए है और सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में जुट गए है. एक मीटिंग के दौरान सीडीओ ने सीएमओ और एसीएमओ को आयुष्मान भारत योजना में ढिलाई बरतने पर गाली दी थी जिसके बाद यह मामला तूल पकड़ा और जनपद के सभी एमओआईसी कमिश्नर को इस्तीफा देते हुए कार्यवाही की मांग की थी.
ये है पूरा मामला
तेजतर्रार आईएएस अफसर और बस्ती जनपद के सीडीओ सीएस जयदेव कल उस वक्त चर्चा में आ गए. जब स्वास्थ्य महकमे की एक मीटिंग के दौरान उन्होंने सीएमओ से अभद्र भाषा का प्रयोग कर दिया, फिर क्या था बैठक में सीडीओ की गाली सुनने के बाद सीएमओ नाराज होकर उठे और चले गए. इसके बाद सीएमओ ने अपने विभाग के डॉक्टरों से बात की.
सीएमओ का चल रहा है इलाज
जिसके बाद यह निर्णय लिया गया कि सम्मान से समझौता नहीं होगा और सीएमओ के इशारे पर जनपद के सभी 14 सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों ने मंडल के आयुक्त अखिलेश सिंह से मुलाकात कर अपनी शिकायत दर्ज कराई और कार्यवाही की मांग किया. वहीं इस घटना से अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ए एन त्रिगुट इतना आहत हुए कि उन्हें हार्ट का माइनर अटैक आ गया, आनन फानन में उन्हें जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया, जहा उनका अभी इलाज चल रहा है.