अलीगढ़

डीएम ने पीएमईजीपी के तहत अनुदानित रेडीमेड गारमेंट इकाई, उर्वरक वितरण केंद्र, गौआश्रय स्थल, बायोफ्लॉक पौण्ड व लघु मत्स्य आहार मिल एवं आरआरसी कंेद्र का किया निरीक्षण  

जिरौली में स्वच्छता शुल्क संग्रहण की उपलब्ध धनराशि से अतिरक्त कूड़ा एकत्रीकरण वाहन क्रय करने के दिए निर्देश

जिरौली में रामघाट रोड पर समुचित जलनिकासी के लिए पड़ौसी ग्राम प्रधानों से समन्वय कर समस्या निस्तारण के दिए निर्देश

अलीगढ़ : जिलाधिकारी विशाख जी0 द्वारा शनिवार को अपने विस्तृत भ्रमण कार्यक्रम के अन्तर्गत खादी ग्रामोद्योग विभाग की पीएमईजीपी योजना से संचालित रेडीमेड गारमेंट इकाई, उर्वरक वितरण केंद्र अतरौली, अस्थाई गौआश्रय स्थल ककेथल, प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजनान्तर्गत बायोफ्लॉक पौण्ड व लघु मत्स्य आहार मिल बैम्वीरपुर एवं आरआरसी केंद्र जिरौली धूम सिंह का निरीक्षण किया गया।

जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम खादी ग्रामोद्योग विभाग द्वारा संचालित पीएमईजीपी योजना के अंतर्गत संचालित रेडीमेड गारमेंट इकाई का निरीक्षण किया। संचालिका गार्गी ने बताया कि एक वर्ष पहले विभाग एवं बैंक के आपसी समन्वय से रेडीमेड गारमेंट की इकाई स्थापना के लिए 10 लाख के लोन लिया गया था जिसमें 2.50 लाख का अनुदान शामिल है। बैंक द्वारा प्रदान की गई धनराशि से रेडीमेड गारमेंट की इकाई एडीए में संचालित है, 12 कारीगर भी काम करते हैं। उन्होंने बताया कि ई-कॉमर्स प्लेटफार्म के माध्यम से भी गारमेंट्स की बिक्री की जा रही है। फुटकर बिक्री के साथ अब कुछ बड़े ऑर्डर भी मिलना शुरू हो गए है।

          डीएम ने अपने अतरौली क्षेत्र भ्रमण के दौरान सहकारी समिति अतरौली का निरीक्षण कर उर्वरक वितरण का जायजा लिया। एआर कॉपरेटिव कृष्ण कुमार ने बताया कि 18 मीट्रिक टन (360 बैग) डीएपी के साथ ही केंद्र पर 300 बैग एनपीके उपलब्ध है। अब तक किसानों को खतौनी एवं आधार कार्ड के अनुसार 140 टोकन वितरित कर दिए गए हैं। प्रति टोकन पर किसानों को 02 पैकेट डीएपी का का वितरण किया जा रहा है। डीएम ने उपस्थित किसानों से उर्वरक वितरण के संबंध में फीडबैक लेते हुए एआर कॉपरेटिव को निर्देशित किया कि स्टॉक की उपलब्धता एवं किसानों की मांग के अनुरूप उर्वरक वितरण सुनिश्चित कराया जाए।

          डीएम ने ग्राम ककेथल में संचालित अस्थाई गौवंश आश्रय स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ग्राम प्रधान पति सत्यप्रकाश ने बताया कि 290 गौवंश वर्तमान में मौजूद हैं, जिनमें से 04 दूधारू हैं, अब तक 274 गौवंश सहभागिता योजना में दिए गए हैं। गौशाला से संबद्ध 35 बीघा भूमि पर चारा बुवाई की जाती है। डीएम ने गोबर के निस्तारण के लिए वर्मी कंपोस्ट तैयार करने के निर्देश देते हुए कहा कि गौशाला के पास पर्याप्त भूमि उपलब्ध है इससे अतिरिक्त आय की संभावना तलाशी जाएं।

          अतरौली क्षेत्र भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने ग्राम जादौपुर में मत्स्य विभाग के प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजनांतर्गत विभिन्न परियोजनाएं- बायोफ्लॉक पौण्ड, निजी भूमि तालाब निर्माण प्रथम वर्ष निवेश एवं लघु मत्स्य आहार मिल का निरीक्षण किया। सहायक निदेशक मत्स्य प्रियंका आर्या ने बताया कि वर्ष 2022-23 में चयनित निजी भूमि तालाब निर्माण के लाभार्थी राजेंद्र सिंह पुत्र चुरामन द्वारा क्षेत्रफल 0.3 हेक्टेयर व जगदीश पुत्र रामचंद द्वारा 0.650 हेक्टेयर में पंगास मछली का पालन किया जा रहा है। मौके पर तालाब से 800 ग्राम से 1000ग्राम की मछली का विक्रय किया जा रहा है। लाभार्थी द्वारा बताया गया विभाग से 11 लाख प्रति हैक्टेयर परियोजना इकाई में 40 प्रतिशत का अनुदान प्राप्त हुआ है। साथ ही वर्ष 2022-23 के लाभार्थी गिरीश कुमार पुत्र राम चंद्र ने बताया कि वह बायोफ्लॉक पौंड निर्माण अन्तर्गत पंगास मछली का पालन कर प्रतिवर्ष लगभग 2 लाख का लाभ अर्जित कर रहे हैं। डीएम ने पीएमएमएसवाई योजना मे वर्ष 2023-24 में स्थापित प्रथम लघु मत्स्य आहार मिल प्रतिदिन क्षमता 2 टन मिल का स्थलीय निरीक्षण किया। मौके पर लाभार्थी उदयवीर सिंह द्वारा प्रोटीनयुक्त मत्स्य आहार का उत्पादन किया जा रहा था। लाभार्थी द्वारा बताया गया कि ईकाई उत्पादन लागत 30 लाख रूपये रही जिसमें से 18 लाख का अनुदान प्राप्त हुआ है।

          डीएम ने ग्राम जिरौली धूमसिंह पहुॅच कचरा से कंचन केंद्र का निरीक्षण करने के साथ ही डोर-टू-डोर कूड़ा एकत्रीकरण एवं संग्रहण शुल्क का ब्यौरा भी तलब किया। डोर-टू-डोर कूड़ा एकत्रीकरण एवं संग्रहण शुल्क के संबंध में पंचायत सचिव राहुल कुमार ने बताया कि एक वाहन के माध्यम से गॉव के लगभग 100 घरों एवं 150 दुकानों से कूड़ा एकत्रीकरण का कार्य कर स्वच्छता शुल्क लिया जा रहा है, ग्राम पंचायत में 70 हजार रूपये उपलब्ध हैं। उन्होंने यह भी बताया कि गॉव में स्थित दो पेट्रोल पंप एवं 03 शराब की दुकानों से स्वच्छता शुल्क प्राप्त नहीं हो रहा है। डीएम ने मौके पर ही डीएसओ एवं जिला आबकारी अधिकारी से दूरभाष से वार्ता कर संबंधित स्वामियों से वार्ता कर स्वच्छता अभियान में अपेक्षित सहयोग कराने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्राम प्रधान एवं पंचायत सचिव को निर्देशित किया कि उपलब्ध धनराशि से किस्तों पर एक कूड़ा वाहन क्रय करा लिया जाए, जिससे गॉव में अवशेष घरों एवं दुकानों से भी कूड़ा संग्रहण का कार्य सुचारू रूप से हो सके। मौके पर उपस्थित दुकानदारों एवं ग्रामवासियों से कूड़ा संग्रहण कार्य की सराहना करते हुए रामघाट रोड एवं हरिवंशपुर मार्ग पर समुचित जलनिकासी न होने के कारण हो रहे जलभराव की समस्या बताई। डीएम ने तहसीलदार, बीडीओ एवं डीपीआरओ को निर्देशित किया कि समुचित जलनिकासी के लिए मलहपुर एवं बैजला के ग्राम प्रधानों के साथ बैठक कर समस्या निस्तारण कराया जाए। उन्होंने कहा कि जलनिकासी के लिए यदि अवैध अतिक्रमण हटाने या नाला निर्माण की आवश्यकता हो तो उसके लिए प्रस्ताव प्रस्तुत कर दिया जाए।

          निरीक्षण के दौरान सीडीओ प्रखर कुमार सिंह, तहसीलदार अतरौली रामगोपाल सिंह, बीडीओ अतरौली वेदप्रकाश, डीपीआरओ धनंजय जायसवाल एवं अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

JNS News 24

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!