डीएम ने स्वच्छताकर्मियों की सुरक्षा एवं सम्मान विषयक तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का किया शुभारंभ
स्वछताकर्मियों के कार्य किसी अधिकारी या जनप्रतिनिधि के समान ही महत्वपूर्ण
अलीगढ़ जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह द्वारा गुरूवार को एक निजी होटल में स्वच्छताकर्मियों की सुरक्षा एवं सम्मान को सुनिश्चित करने के लिए 06 मण्डलों के जिला समन्वयकों की तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारम्भ किया गया। डीएम ने कार्यशाला में उपस्थित 25 जनपदों के डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर्स से कहा कि आप यहां एक तिहाई उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे हो, जब आप यहां से मास्टर ट्रेनर्स के रूप में प्रशिक्षित होकर जाएंगे तो इसी प्रशिक्षण को आप अपने-अपने जनपदों में ब्लॉक समन्वयकों को देकर उसे धरातल पर उतारना सुनिश्चित करें। इसलिए यह अत्यन्त आवश्यक है कि प्रशिक्षण में दी गयी बातों को अच्छे से आत्मसात करें।
डीएम ने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के आव्हान पर आजादी के विभिन्न आन्दोलनों के बाद स्वच्छ भारत मिशन ऐसा पहला आन्दोलन है जिसमें सबसे ज्यादा जनमानस जुड़ा है। इतनी बड़ी संख्या में जनसामान्य के जुड़ने से ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत हमें खुले में शौच से मुक्ति मिली है। उन्होंने कहा कि अब हम ओडीएफ प्लस पर कार्य कर रहे हैं जिसके तहत आरआरसी (रिसोर्स रिकवरी सेंटर) पर ठोस व तरल अपशिष्ट का प्रबंधन कर उसको उपयोगी बनाया जा रहा है। उन्होंने ओडीएफ प्लस की सफलता के लिए मूल मंत्र देते हुए कहा कि जब तक आप गृह स्वामियों को सूखे व गीले कूड़े को पृथक करने के लिए प्रोत्साहित नहीं करोगे इस अभियान में दुश्वारियां आती रहेंगी। उन्होंने कहा कि जनसामान्य के साथ ही एक सफाईकर्मी को भी यह एहसास दिलाने की आवश्यकता है कि उसका कार्य किसी अधिकारी या जनप्रतिनिधि से कम महत्वपूर्ण नहीं है। डीएम ने स्वच्छ भारत मिशन के मिशन डायरेक्टर परमेश्वरन अय्यर का उदाहरण देते हुए कहा कि किसी प्रकार उन्होंने सफाई कर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिए स्वयं गटर में उतरकर कार्य करके दिखाया। इसी प्रकार महात्मा गॉधी राष्ट्रपिता होते हुए भी अपना मल स्वयं साफ करते थे। जो कार्य इस देश का राष्ट्रपिता कर सकता है फिर उस कार्य को करने वाले अन्य लोगों को असम्मान से क्यों देखना।
उप निदेशक पंचायतीराज अमरजीत ने बताया कि कार्यशाला में 06 मण्डल- अलीगढ़, आगरा, मुरादाबाद, सहारनपुर एवं बरेली के 25 जनपदों के 02-02 जिला समन्वयकों को स्वच्छता कर्मियों की सुरक्षा एवं सम्मान विषय पर मास्टर ट्रेनर्स के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण है जिसके तहत इनको विभिन्न प्रकार के सफाई उपकरणों के सही प्रकार से संचालन, मुश्किल अभियानों के दौरान सुरक्षा उपकरणों को सही प्रकार से पहनने व उनके उपयोग समेत स्वच्छताकर्मियों के प्रति जनमानस में सम्मान बढ़ाने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। कार्यशाला में डीएम द्वारा प्रशिक्षणार्थियों से संवाद स्थापित कर उनकी जिज्ञासाओं को भी दूर किया गया।
इस अवसर पर यूनीसेफ से नागेन्द्र एवं वरनाली, स्टेट कॉर्डिनेटर यूनीसेफ प्रदीप श्रीवास्तव, जिला पंचायतीराज अधिकारी धनंजय जायसवाल, एडीआई संदीप कुमार, अवनीश कुमार एवं जिला अहमद खान, टेªनर्स एवं विभिन्न जनपदों से आए प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।