क्या आप मटन कढ़ी, मटन बिरयानी, मटन कोरमा या मटन के अन्य डिश खाना बहुत पसंद करते हैं?
सावधान हो जाएं क्योंकि ज्यादा मात्रा में मीट खाने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
हम सभी जानते हैं कि मीट में प्रोटीन, आयरन और कैल्शियम समेत कई पोषक तत्व भी काफी मात्रा में पाए जाते हैं. कम मात्रा में खाना सेहत के लिए जितना फायदेमंद हो है उतना अधिक खाना नुकसानदायक होता है. रोजाना या सप्ताह तीन दिन से अधिक मटन खाना या फिर एक साथ बहुत सारा मीट लेकर खा लेना सेहत को नुकसान पहुंचता है यह गंभीर बीमारियों को शिकारी बनाता है. आइए जानते हैं यहां…
हार्ट अटैक का खतरा
ज्यादा मात्रा में मटन खाने से हमारे हृदय स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है. मटन में सैचुरेटेड फैट यानी वसा की मात्रा अधिक होती है . जो LDL (नुकसानदेह कोलेस्ट्रॉल) को बढ़ा देता है. उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर से हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बहुत अधिक हो जाता है.जो हमारी धमनियों में जमा होकर रुकावट पैदा कर सकती है.इससे रक्तसंचार कम होता है और दिल को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती. यही कारण है कि मीट खाने वालों में हार्ट अटैक, स्ट्रोक या अन्य हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा अधिक हो जाता है. इसलिए, मटन का सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए.
वजन बढ़ जाता है
मटन में प्रोटीन और आयरन भरपूर मात्रा में होता है, लेकिन इसमें वसा या फैट की मात्रा भी अधिक होती है. यही वसा हमारे शरीर में जमा होकर अतिरिक्त कैलोरी का काम करती है जिससे वजन बढ़ता है.
टाइप 2 डायबिटीज
ज्यादा मात्रा में मीट खाने से टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है.मीट में सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा होती है, जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा देती है. ऐसे में शरीर में इन्सुलिन का स्तर कम हो जाता है और धीरे-धीरे डायबिटीज की समस्या शुरू हो जाती है.