वन विभाग परिसर में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान, कूड़े के ढेर में मिले दर्जनों तिरंगे
हाथरस। राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान देश के हर नागरिक का कर्तव्य है, लेकिन हाथरस वन विभाग परिसर में इस कर्तव्य की घोर अनदेखी देखने को मिली है। विभाग परिसर में कूड़े के ढेर में एक नहीं, बल्कि दर्जनों राष्ट्रीय ध्वज पड़े हुए मिले, जिससे राष्ट्र के प्रति उनकी लापरवाही उजागर होती है। यह घटना तब सामने आई जब एक नागरिक ने इस अपमानजनक दृश्य को देखा और तुरंत इसकी सूचना अधिकारियों को दी। जानकारी मिलते ही मचा हड़कंप।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हाथरस वन विभाग कार्यालय के पास कूड़े के ढेर में बड़ी संख्या में राष्ट्रीय ध्वज बिखरे पड़े थे। इनमें से कुछ ध्वज फटे हुए थे, जबकि कई पर धूल जमी हुई थी। इस अपमानजनक स्थिति को देखकर एक जागरूक नागरिक ने तुरंत हाथरस वन विभाग रेंजर से संपर्क किया और उन्हें इस लापरवाही के बारे में बताया।रेंजर ने तत्काल ध्वजों को हटवाने का आश्वासन दिया, लेकिन 15-20 मिनट बीत जाने के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उस नागरिक ने प्रभागीय वनाधिकारी (Divisional Forest Officer) को फोन करके पूरे मामले की जानकारी दी।अधिकारियों ने तुरंत लिया एक्शन प्रभागीय वनाधिकारी को सूचना मिलते ही उन्होंने इस गंभीर मामले पर तत्काल संज्ञान लिया। उन्होंने तुरंत अपने स्टाफ को मौके पर पहुंचने और सभी राष्ट्रीय ध्वजों को सम्मानपूर्वक एकत्रित करने का निर्देश दिया। उनके निर्देश पर वन विभाग का स्टाफ तुरंत मौके पर पहुंचा और बिखरे हुए सभी तिरंगों को सावधानी से उठाया और एक जगह इकट्ठा किया। यह घटना वन विभाग की राष्ट्र के प्रति संवेदनहीनता को दर्शाती है। जहां एक ओर देश में ‘हर घर तिरंगा’ जैसे अभियान चलाए जा रहे हैं, वहीं सरकारी विभाग में ही इस तरह से राष्ट्रीय ध्वज का अपमान होना बेहद निंदनीय है। इस घटना के बाद विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं।अब देखना यह होगा कि इस मामले में उच्च अधिकारी क्या कार्रवाई अमल में लाते हैंयह लापरवाही किसके द्वारा और क्यों की गई। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की उम्मीद है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो।
हाथरस से मनोज शर्मा की रिपोर्ट