मंगलवार 7 मई 2024 के कारोबारी सत्र में नर्वस ब्रेकडाउन के चलते जहां शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली
एफएमसीजी कंपनियों के स्टॉक्स से बाजार को सहारा मिला और एफएमसीजी कंपनियों के शेयरों में जोरदार उछाल देखने को मिला
क्या ग्रामीण अर्थव्यवस्था में तेजी लौटने लगी है? ये सवाल इसलिए खड़ा हो रहा क्योंकि मंगलवार 7 मई 2024 के कारोबारी सत्र में नर्वस ब्रेकडाउन के चलते जहां शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली वहीं एफएमसीजी कंपनियों के स्टॉक्स से बाजार को सहारा मिला और एफएमसीजी कंपनियों के शेयरों में जोरदार उछाल देखने को मिला है. मैरिको, गोदरेज कंज्यूमर, एचयूएल और डावर जैसी सभी एफएमसीजी स्टॉक्स में जोरदार उछाल देखने को मिला है.कंज्यूमर इँटेलीजेंस फर्म नीलसनआईक्यू (NielsenIQ) ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि 2024 की पहली तिमाही जनवरी से मार्च के दौरान एफएमसीजी सेक्टर्स का वॉल्यूम ग्रोथ 6.5 फीसदी रहा है जबकि ग्रामीण इलाकों में खपत पिछले पांच तिमाही में पहली बार शहरी इलाकों के खपत को पार कर गया है. रिपोर्ट के मुताबिक फूड और नॉन फूड दोनों ही सेगमेंट में शपत में उछाल देखने को मिला है लेकिन नॉन-फूड आईटम्स की खपत फूड आईटम्स के मुकाबले दोगुनी बढ़ गई है.
शहरी से ग्रामीण इलाके निकले आगे नीलसनआईक्यू के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में खपत जोर पकड़ रही है और ये शहरी इलाकों के ग्रोथ को भी पार कर चुका है. शहरी इलाकों में जबकि खपत की रफ्तार धीमी हुई है. यही वजह है कि शेयर बाजार में एफएमसीजी स्टॉक्स जोरदार उछाल के साथ बंद हुए. लंबे समय बाद इन स्टॉक्स में हरियाली वापस आई है जो इन शेयरों में तेजी से बाजार को सहारा भी मिला है.
FMCG स्टॉक्स में तेजी
आज के कारोबार में सबसे बड़ी तेजी मैरिको (Marico) के शेयर में रही जो 10.03 फीसदी के उछाल के साथ 583.50 रुपये पर क्लोज हुआ है. इसके अलावा गोदरेज कंज्यूमर 5.68 फीसदी, एचयूएल 5.46 फीसदी, डाबर इंडिया का शेयर 5.21 फीसदी के उछाल के साथ बंद हुआ है. इसके अलावा इमामी 4.29 फीसदी, ब्रिटैनिया 2.22 फीसदी, नेस्ले 2.09 फीसदी की तेजी के साथ क्लोज हुआ है. आईटीसी का स्टॉक 1.29 फीसदी के उछाल के साथ क्लोज हुआ है.
कृषि निर्यात की इजाजत से होगा फायदा
इंवेस्टमेंट बैंक यूबीएस ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सरकार कृषि उत्पादों के एक्सपोर्ट पर लगी रोक को हटाने की शुरुआत प्याज से के साथ कर चुकी है जिसका फायदा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगा. ग्रामीण इलाकों के लोगों की आय बढ़ेगी तो खपत को बढ़ाने में मदद मिलेगी तो इसका फायदा एफएमसीजी कंपनियों के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा.