बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना का तख्ता पलट होने से एएमयू में पढ़ रहे 31 बांग्लादेशी छात्र फिलहाल नहीं आ पाएंगे
बांग्लादेश की अल्लाह हिफाजत करे। आबोहवा में नफरत की जहर घुल गई है।
बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना का तख्ता पलट होने से एएमयू में पढ़ रहे 31 बांग्लादेशी छात्र फिलहाल नहीं आ पाएंगे। उनके आने का इंतजार और बढ़ गया है। अब तक यूनिवर्सिटी उनके आने का इंतजार कर रही है, क्योंकि एक अगस्त से पढ़ाई शुरू हो गई है।बांग्लादेश के अलग-अलग शहरों के 31 छात्र एएमयू में पढ़ रहे हैं। वह गर्मियों की छुट्टियों में अपने घर हुए हैं। पिछले महीने बांग्लादेश में आरक्षण के विरोध में उपद्रव हुआ था और कई शहरों में आवागमन बंद हो गया था। जैसे ही स्थिति सामान्य होने लगी, उसके बाद छात्रों ने यूनिवर्सिटी आने की तैयारी करनी शुरू कर दी। लगातार अपने साथियों से पढ़ाई शुरू होने के बारे में वह जानकारी करते रहे। उनसे जल्द आने की बात कही। इसी बीच बांग्लादेश में तख्त पलट गया और उनके आने की फिलहाल उम्मीदें कम हो गई हैं।छात्र शर्मिन, अब्दुल्लाह सहित अन्य छात्र अपने साथियों के संपर्क में हैं। उनके अनुसार “बांग्लादेश में जो हालात बने हैं, वह दिल को सुकून देने वाला नहीं है। हर तरफ खून-खराबा है। वहां का मंजर देखकर रोना आता है। बांग्लादेश की अल्लाह हिफाजत करे। आबोहवा में नफरत की जहर घुल गई है। ऐसे में यूनिवर्सिटी कब आएंगे, यह कहना थोड़ा मुश्किल लग रहा है। हमारे देश में अमन-चैन हो जाए, इसके लिए दुआ करिए”। उधर, एएमयू के अंतरराष्ट्रीय छात्रों के सलाहकार प्रो. सैयद अली नवाज जैदी ने बताया कि बांग्लादेशी छात्रों को लेकर चिंतित हैं। बांग्लादेश के हालात देखकर लगता है कि छात्रों के आने में वक्त लगेगा।