लाइफस्टाइल
गर्मी के दिनों में बिना पंखा और एसी के रहा ही नहीं जाता. ऐसे में लोग गर्मी से बचने के लिए कई उपाय करने लग जाते हैं.
कम उम्र में उन्हें बदन दर्द, आंखों में जलन, आलस आना, थका हुआ महसूस करना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
गर्मी के दिनों में बिना पंखा और एसी के रहा ही नहीं जाता. ऐसे में लोग गर्मी से बचने के लिए कई उपाय करने लग जाते हैं. कुछ लोग तो ठंड का मौसम खत्म होते ही एसी का इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं. गर्मी से राहत पाने के लिए लोग एसी का इस्तेमाल तो करते हैं, लेकिन कुछ बातों का ध्यान नहीं रखने से बड़ी समस्या हो सकती है. आज हम आपको बताएंगे की छोटे बच्चों को ऐसी के कमरे में सुलाने से क्या नुकसान हो सकते हैं.अधिकतर लोग अपने बच्चों के साथ गर्मियों में कमरे के अंदर एसी चालू कर सो जाते हैं. लेकिन इससे बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. घर के अंदर लगा एसी लंबे समय तक चलने से बच्चों को स्किन ड्राई, डिहाइड्रेशन का खतरा और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. इसके अलावा कम उम्र में सिर दर्द जैसी दिक्कत भी बच्चों को होने लगती है.जानकारी के मुताबिक अगर बच्चों को एसी में सुलाया जाए, तो उन्हें अस्थमा जैसी बीमारी हो सकती है. अगर आप बच्चों को शुरू से एसी में रहने की आदत डाल देंगे, तो इससे कम उम्र में उन्हें बदन दर्द, आंखों में जलन, आलस आना, थका हुआ महसूस करना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
इन सब चीजों से अपने बच्चों को बचाने के लिए सबसे पहले आप अपने बच्चों को किसी ऐसे कमरे में सुला दें, जहां केवल पंखा हो, अगर गर्मी ज्यादा है, तो फिर आपको एसी का टेंपरेचर 25 से 26 के बीच में ही रखना चाहिए. इसके अलावा आप बच्चों को मोटे कपड़े पहना कर कमरे में सुलाएं. अगर बच्चा धूप से खेल कर आ रहा है, तो उसे डायरेक्ट एसी वाले रूम में न बैठने दे.
समय-समय पर आप अपने बच्चों के शरीर को छूते रहें, ताकि इससे आपको पता चल जाएगा कि बच्चों को बुखार या उसका तापमान हाई तो नहीं है. बच्चों को आप ऐसी या कूलर के ठीक सामने न बैठने दें. आप कूलर और एसी की समय-समय पर सर्विस करवाते रहें. इन सबके बावजूद भी अगर बच्चे को परेशानी होती है तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें.