मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलीगढ़ दौरे के दौरान किसानों के सब्र का बांध टूट गया
राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील चौधरी ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री से मुलाकात हो जाती, तो भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई संभव थी

अलीगढ़। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलीगढ़ आगमन पर भारतीय किसान यूनियन सुनील गुट के तमाम पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रेम राज मोटर्स रामघाट रोड पर जमकर हंगामा किया व पैदल मार्च निकाला।भारतीय किसान यूनियन सुनील किसान यूनियन के पदाधिकारी अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत करना चाहते थे जिसकी सूचना मुख्यमंत्री के आगमन से तीन दिन पूर्व जिला अधिकारी को दे दी गई थी। जब किसान पदाधिकारी सभा स्थल तक जाने के लिए रवाना हुए तो पुलिस बल ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। हाथों में झंडा लेकर और सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए किसान यूनियन के कार्यकर्ता क्वारसी चौराहे तक पहुंचाने का प्रयास करने लगे लेकिन पुलिस के कारण उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया गया। इस दौरान किसानों ने मुख्यमंत्री का पुतला दहन करने का प्रयास किया मगर पुलिस ने बल पूर्वक ऐसा करने से रोक लिया जिसको लेकर पुलिस और किसानों में काफ़ी नौकझोंक भी हुई। किसानों का कहना था कि किसान हित में और देश हित में जो उनकी मांगे हैं वह पूरी होनी चाहिए उन्हें मांगों को लेकर के हम मुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे लेकिन मुख्यमंत्री की पुलिस ने उन्हे रोक दिया।भारतीय किसान यूनियन सुनील के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील चौधरी ने कहा कि जनपद अलीगढ में साथा चीनी मील बन्द होने से किसानो को भारी नुकसान व परेशानी का दंश झेलना पड़ रहा है अतिशीघ्र ही साथा मील चालू कराया जाये।पूरे उत्तर प्रदेश में किसानों को समय पर डी.ए.पी व यूरिया खाद की उपलब्धता करायी जावे।प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की भारी समस्या है किसान के खेती हेतु ट्यूवल पर बिलली की आपूर्ति की जावे।जनपद मथुरा के कोटा मोजा में चल रहे भाकियू सुनील के बैनर तले 51 वें दिन से अनिश्चितकालीन धरना बैठे किसानों की मांग है कि नगर निगम के अनुसार मुआवजा रेलवे के द्वारा किसानों को दिया जावे चूंकि ग्राम नगर निगग में है सभी लोग निरन्तर प्रशासन को समयानुसार नगर निगम टैक्स वसूली व स्टाम्प शुल्क 7500 के अनुसार जमा कर रहे।जनपद अलीगढ के ग्राम चिलकौरा में सरकारी सम्पत्ति में विशेष कर चारागाह की भूमि जिसको की बाहरी मुस्लिमों ने कब्जा कर लिया है जिसके लिये अलीगढ प्रशासन मूक बनकर बैठा है कोई कार्यवाही नहीं की जाती है।विरोध प्रदर्शन मे मुख्य रूप से राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष गजेंद्र सिंह डांवर,राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन चतुर्वेदी,राष्ट्रीय महासचिव हितेश चौधरी,महिला जिलाध्यक्ष सरिता सारस्वत, सुधा बघेल,भरत अग्रवाल महानगर अध्यक्ष मथुरा,निरोत्तम पाराशर, धीरज सुमित कुमार प्रेमराज मोटर्स शर्मा,भगवान दास तोमर, गोपीचंद ,विनोद राजपूत,युवा जिलाध्यक्ष कौशलेंद्र कुमार,त्रिवेदी पाराशर, चरन सिंह, जिलाध्यक्ष किशन सिंह लोधी,मनोज पंडित जी,रवि,विनोद चौधरी,अमित चौधरी,हितेश चौधरी,मुन्ने खां,गुड्डू चौधरी,वीरवती देवी,गुड्डू देवी,शकुंतला देवी,किरन देवी,ओमवती,योगेश यादव,मनोज कुमार, मनोज शर्मा, हेतेश्याम,केहरी सिंह प्रधान जी समेत हजारो की संख्या मे किसान मौजूद रहे।
किसानों की मुख्य मांगें: साथा चीनी मिल को जल्द से जल्द दोबारा चालू किया जाए, जिससे किसानों को हो रहे नुकसान से राहत मिल सके।डी.ए.पी. और यूरिया खाद की प्रदेश में समय पर उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति, विशेषकर खेती के लिए ट्यूबवेल संचालन हेतु, नियमित रूप से की जाए।मथुरा के कोटा मोजा में धरना दे रहे किसानों को रेलवे द्वारा नगर निगम के अनुसार मुआवजा दिया जाए।ग्राम चिलकौरा, अलीगढ़ की चारागाह भूमि से बाहरी कब्जेदारों को हटाया जाए, लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।भारतीय किसान यूनियन (सुनील गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील चौधरी ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री से मुलाकात हो जाती, तो भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई संभव थी। लेकिन प्रशासन और पुलिस ने किसानों की आवाज को दबा दिया।