आभा एप से मरीजों को जोडऩे की कवायद हो रही फेल
अस्पताल में विभिन्न बीमारियों की जांच रिपोर्ट भी ऑनलाइन मिलेगी
सीतापुर। जिला अस्पताल आने वाले मरीजों को आभा एप से जोडऩे की कवायद आगे नहीं बढ़ पा रही है। शुरुआत में जहां तेजी आई। अब वहीं इस एप से महज 10 से 15 ही मरीज जुड़ पा रहे हैं। इससे मरीजों को ऑनलाइन सुविधाएं नहीं मिल पा रहीं हैं।जिला अस्पताल आने वाले मरीजों को आभा एप से जोडऩे की प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी। इस एप की खासियत यह है इसपर एक बार मरीजों का रजिस्ट्रेशन हो जाता है। उसके बाद मरीज की पूरी हिस्ट्री एप पर मौजूद रहेगी। दोबारा मरीज जब भी अस्पताल आएगा तो पहले कौन सी बीमारी थी और क्या इलाज चला यह सब एप पर मौजूद रहेगा।
साथ ही अस्पताल में विभिन्न बीमारियों की जांच रिपोर्ट भी ऑनलाइन मिलेगी। इसके लिए मरीज को पैथोलॉजी जाने की जरूरत नहीं होगी। साथ ही पर्चा बनवाने के लिए लाइन में भी नहीं लगना पड़ेगा। क्यूआर कोड के माध्यम से तुरंत ही पर्चा बन जाएगा। इस एप की शुरुआत जिला अस्पताल में करीब तीन माह पहले हुई थी। शुरुआत में रोजाना 40 से 50 मरीजों के पर्चा बनते थे। अब यह सिमटकर महज 10 से 15 तक आ गए है। इसके चलते मरीज लाइन में लगकर पर्चा बनवाते है। साथ ही रिपोर्ट लेने के लिए वे पैथोलॉजी में खड़े होकर इंतजार करते रहते है।नहीं मिले पर्याप्त कर्मचारी
आभा एप से मरीजों को जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए अलग से 10 कर्मचारी मिलने थे। लेकिन अभी तक ये मिल नहीं सकें हैं। इसी वजह से एप के संचालन में दिक्कत आ रही है।