एटा। गर्मी के कारण लोग बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। इन दिनों बुखार के साथ पेट दर्द व दस्त के मरीज मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में पहुंच रहे हैं।
सोमवार को तीन बुखार के पीड़ित मेडिसन वार्ड में भर्ती किए गए। जबकि यहां 80 बुखार के पीड़ित उपचार को पहुंचे।
एटा। गर्मी के कारण लोग बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। इन दिनों बुखार के साथ पेट दर्द व दस्त के मरीज मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में पहुंच रहे हैं। सोमवार को तीन बुखार के पीड़ित मेडिसन वार्ड में भर्ती किए गए। जबकि यहां 80 बुखार के पीड़ित उपचार को पहुंचे। ओपीडी में 1476 मरीजों के पर्चे बने।रविवार की छुट्टी के बाद सोमवार को मेडिकल कॉलेज की ओपीडी खुली तो मरीजों की भीड़ लगना शुरू हो गई। गर्मी के कारण लोग बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में सुबह 8 बजे से ही मरीज कॉलेज में पहुंचना शुरू हो गए थे। जब तक पर्चा बनवाकर वह चिकित्सक के कक्ष में पहुंचे। वहां चिकित्सक को दिखाने के बाद मरीजों ने काउंटर से दवा ली। सुबह 9 बजे तक ओपीडी में मरीजों की अच्छी खासी भीड़ हो गई थी। पर्चा काउंटर, दवा काउंटर हो या चिकित्सक के कक्षों के बाहर, मरीजों की भीड़ ही नजर आ रही थी।
मेडिसन विभाग में डॉ. अंशुल यादव के साथ अन्य दो चिकित्सक मरीजों को देख रहे थे। उन्होंने बताया यहां 326 मरीजों का उपचार किया गया। 80 बुखार के पीड़ित रहे। 3 मरीजों को भर्ती कराया। चिकित्सक ने कि बताया मरीजों के प्लेटलेट्स कम आ रहे हैं। प्रतिदिन वह 30 मरीजों की डेंगू जांच करा रहे हैं, लेकिन पॉजिटिव कोई नहीं निकला है। डेंगू का संदिग्ध मान प्लेटलेट्स कम वालों का उपचार किया जा रहा है।अस्थि रोग विभाग में डॉ. ईशान मरीजों को देख रहे थे। यहां 256 मरीजों का उपचार किया गया। बताया पुराना दर्द के मरीज अधिक आ रहे हैं। हड्डी टूटने वाले मरीजों की संख्या 12 से 15 तक रहती है। त्वचा रोग विभाग में 312 मरीजों का उपचार हुआ। चिकित्सक प्रीती ने बताया कि त्वचा संबंधी एलर्जी के मरीजों की संख्या अधिक रहती है।