होम्योपैथी के पितामह डॉ.पॉल नेत्रदान करा दो लोगों को जिंदगी दे गए
संस्था के अध्यक्ष डॉ.एस.के.गौड़ ने उनके बेटे डॉ.एस.एस.पॉल से नेत्रदान हेतु सहमति ली
अलीगढ़। देह दान कर्त्तव्य संस्था द्वारा 85 वां नेत्रदान अलीगढ़ में होम्योपैथिक के पितामह 92 वर्षीय जनकपुरी निवासी डॉ. बी.एन.पॉल द्वारा दो लोगों की जिंदगी रोशन करके हुआ। आपको बता दें कि संस्था के अध्यक्ष डॉ.एस.के.गौड़ ने उनके बेटे डॉ.एस.एस.पॉल से नेत्रदान हेतु सहमति ली।इसके बाद उन्होंने मैडिकल कॉलेज में नेत्र विभाग के मुहम्मद साबिर एसएलए को सूचित किया।उन्होंने अविलम्ब टीम ले जा कर सौहार्दपूर्ण वातावरण में सफलता पूर्वक मानवीय कदम को अंजाम दिया।इस अवसर पर सचिव डॉ.जयंत शर्मा ने कहा कि अलीगढ़ ने एक महान हस्ती खो दी,जिसने अनेकों दिलों पर राज किया था। इतना ही नहीं वह जाते जाते दो लोगों की ज़िंदगी रोशन कर गए।डॉ.गौड़ ने कहा कि वह अनेक लोगों को जीवन देने वाले रहनुमा थे और उनके क्लिनिक पर अनेक लोग आकर कहते थे कि आज वह डॉ.पॉल द्वारा दी जिंदगी की बदोलत जीवित हैं साथ ही उन्होंने अनेक लोगों की प्राइवेट ही नहीं सरकारी नौकरियां भी लगवाई थीं। इस मौके पर यहां प्रो.ए.के.अमिताभ,प्रो.जिया सिद्दीकी, डॉ.मुहम्मद शाकिब,डॉ.पारस गुप्ता,डॉ. नित्या,रजत सक्सेना,अन्नू अग्रवाल,डॉ. आशा राठी,डॉ.डी.के.वर्मा,डॉ.आर.एस. गौड़,सीए.अनिल वार्ष्णेय,डॉ.मनीष जैन, डॉ.रजत सक्सैना,राकेश सक्सेना,डॉ. रविन्द्र सारस्वत,डॉ.पी.के.दास गुप्ता,डॉ. पी.के.शर्मा,डॉ.अशोक वशिष्ठ,डॉ.डी.के. सिंह,डॉ.योगेश गुप्ता,डॉ.विनीत गौड़,डॉ. सक्षम,डॉ.बी.बी.रॉय,सुनील,वीरेन्द्र और प्रेम पाल मुख्य रूप से उपस्थित रहे।