जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ की मोक्ष स्थली गिरनार पवित्र पर्वत पर जैन धर्म के अनुयायियों को दर्शन और पूजा
अधिकार हेतु वाहन रैली जैन समाज द्वारा सांसद निवास तक अलीगढ़ में निकाली गयी
गुजरात के जूनागढ़ में स्थित गिरनार पर्वत की 5वीं चोटी जो की जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ की मोक्ष स्थली है उस पवित्र पर्वत पर जैन धर्म के अनुयायियों को दर्शन और पूजा के अधिकार हेतु ज्ञापन अलीगढ़ सांसद निवास तक सकल जैन समाज समन्वय समिति के तत्वाधान में जैन समाज द्वारा वाहन रैली निकाल कर सौपा गया। रविवार को प्रात : 11 बजे खिरनी गेट स्थित श्री लख्मी चंद पांड्या खण्डेलवाल दिगम्बर जैन मंदिर ट्रस्ट पर जैन समाज भारी संख्या मे एकत्रित हुआ जहाँ पर विराजमान आचार्य श्री निर्भय सागर मुनिराज ने रैली को अपना आशीर्वाद देकर प्रारम्भ किया ,एवं जगवीर किशोर जैन पूर्व एमएलसी ने वाहन रैली को संबोधित करते हए सफल बनाने के लिये शुभकामनाएं प्रेषित की।वाहन रैली पुराना हाथरस अड्डा , अचल ताल,जी.टी.रोड ,मीनाक्षी पुल ,रामघाट रोड होते हुए सांसद निवास विद्यानगर कॉलोनी पहुँची जहाँ पर माननीय सांसद सतीश गौतम अलीगढ़ को प्रतिष्ठाचार्य राकेश भैया जी ,संयोजक राजीव जैन ,सह समन्वयक सुरेश कुमार जैन ,मीडिया प्रभारी मयंक जैन ने जैन समाज की उपस्थिति में माननीय राष्ट्रपति ,प्रधानमंत्री ,गृहमंत्री भारत सरकार के नाम ज्ञापन सौपा। सांसद सतीश गौतम ने जैन समाज को आश्वश्त किया कि जैन समाज की आस्था के साथ वह स्वयं और सरकार कोई भी अन्याय होने देंगे और माननीय प्रधानमंत्री से स्वयं मिलकर जैन समाज की भावनाओं को अवगत करायेगे एवं जैन समाज की न्याय की लड़ाई को संसद तक पहुंचाएंगे व अपने मुखारविन्दु से जीरो हॉर्स मे प्रश्न को उठाकर चर्चा करेंगे।
जैन तीर्थ बचाओ धर्म बचाओ जन आंदोलन के तहत आज भगवान नेमिनाथ जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर है, जिन्होंने गुजरात के जूनागढ़ में सबसे पवित्र गिरनार पहाड़ी की 5वीं चोटी से मोक्ष प्राप्त किया था, श्री प्रद्युम्न कुमार पुत्र भगवान श्रीकृष्ण ने गिरनार पहाड़ी की चौथी चोटी से मोक्ष प्राप्त किया था, श्री शंभु कुमार पुत्र भगवान श्रीकृष्ण ने गिरनार पहाड़ी की तीसरी चोटी से और श्री अनिरुद्ध कुमार पौत्र भगवान श्री कृष्ण ने गिरनार पहाड़ी की दूसरी चोटी गिरनार पहाड़ियों से मोक्ष प्राप्त किया जैन तीर्थ क्षेत्र गिरनार की टोंको पर पंडों द्वारा जैनियों को हमेशा दर्शन और पूजा-अर्चना से वंचित रखा जाता है व 5वीं टोंक के अंदर प्रवेश करने वाले जैन तीर्थयात्रियों को रोकना पंडों का रोजमर्रा का काम है। उनके साथ मारपीट, गाली गलौज एवं अभद्र व्यहार किया जाता है और ये बात जगजाहिर है। जनवरी 2013 में महंत मुक्तानंदगिरि ने जैन मुनि श्री 108 मुनिराज प्रबल सागर जी पर बेरहमी से चाकू से हमला कर उन्हें घायल कर दिया था । जूनागढ़ में महंत मुक्तानंदगिरि के खिलाफ यह आपराधिक मामला उनकी मृत्यु के कारण समाप्त कर दिया गया है। असामाजिक तत्वों ने 2004 में पांचवी टोंक में तीर्थस्थल के अंदर नया निर्माण करके श्री दत्तात्रेय की मूर्ति को स्थापित करके न केवल उक्त स्मारक की वास्तुकला को बदल दिया, बल्कि तीर्थस्थल के चरित्र को भी बदल दिया। इसमें दावा किया गया है कि पांचवी टोंक में “चरण चिन्ह” गुरु दत्तात्रेय के हैं, हालांकि, पांचवी टोंक के साथ गुरु दत्तात्रेय के बीच कोई संबंध नहीं है और दत्तात्रेय के इस स्थल पर आने के बारे में कोई प्रामाणिक इतिहास या पुरातात्विक साक्ष्य नहीं है।माननीय उच्च न्यायालय ने स्पेशल लीव पेटिशन नंबर 2684/2004 में 17.02.2005 को एक अंतरिम आदेश पारित यह कहते हुए किया है कि जैन धर्म में आस्था रखने वाले सभी व्यक्तियों के साथ-साथ दत्तात्रेय और पर्यटकों को भी बिना किसी बाधा के पूजा करने और स्थल पर जाने का अधिकार है।1 अक्टूबर 2023 को जैनो के एक जत्था गिरनार के दर्शन के लिए गया था ओर दर्शन के दौरान वहाँ पर उपस्तिथ पंडो ने धारदार घातक हथियारों से तीर्थ यात्रियों पर प्राण घातक हमला किया एवम गाली गलौच देना चालू कर दिया।ये रही वाहन रैली में मुख्य मांगे
जैन धर्म के अनुयायियों को दर्शन और पूजा के अधिकार हेतु निम्नलिखित वैध मांगो के लिए
पूजा स्थल विशेष प्रावधान अधिनियम, 1991 के अनुसार गुजरात में गिरनार पहाड़ियों और ५वी टोंक पर किए गए अवैध और अनधिकृत निर्माण/संरचनाओं को हटाकर 15 अगस्त 1947 की स्थिति बहाल की जाय।
जैन अनुयायियों के लिए जैन पद्धति अनुसार पूजा और अभिषेक की अनुमति प्रदान की जाय।
24 घंटों जैन अनुयायियों के लिए दर्शन और चावल चढ़ाने की अनुमति प्रदान की जाय।
गुफा में भगवान नेमीनाथ की पद्मासन में उकेरी हुई मूर्ति को खुला रखना और शंकराचार्य की जगह भगवान नेमीनाथ लिखा जाय।
जैन पुजारी को बैठने की अनुमति प्रदान की जाय।
सरकार द्वारा पांचवीं टोंक को नेमीनाथ शिखर, चौथी टोंक को श्री प्रद्युम्न कुमार, तीसरी टोंक को श्री शंभु कुमार और दूसरी टोंक को श्री अनिरुद्ध कुमार घोषित किया जाय।
पांचवीं टोंक पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाय।
कोर्ट आदेशानुसार 4थी और 5वी टोंक के बीच में पुलिस चौकी की स्थापना की जाय।
5वी टोंक पर दोषी पंडों व असामाजिक तत्वों/पंडो के खिलाफ ऍफ़.आई.आर. (FIR) दर्ज कर उचित कार्यवाही की जाय।
श्री महेश गिरी और अन्य के विरुद्ध जैन तीर्थंकरो की निंदा (ईश्वर निंदा) करने, जैन साधुओं, जैन लोगों को धमकाने, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने, जैन समाज और जैन लोगों की छवि खराब करने और जैन धर्म और जैन लोगो के खिलाफ भड़काऊ बयान देकर धर्म के आधार पर शत्रुता उत्पन्न करने और सौहार्द को समाप्त कर घृणा, वैमनस्य, साम्प्रदायिकता और नफरत फैलाने की कोशिश करने, भारत देश की एकता और अखंडता को खतरे में डालने का प्रयास करने पर भारतीय दंड संहिता की उपयुक्त धाराओं में ऍफ़.आई.आर. (FIR) दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जाय।
वाहन रैली में मुख्य रूप से नरेन्द्र कुमार जैन ,विजय जैन पारस,अजय कुमार जैन हरदुआगंज,धर्मेंद्र जैन पाटनी,सौरभ जैन पांड्या,
कैलाश चंद्र जैन ,राकेश जैन ,नीरज कुमार जैन ,हेमन्त जैन ,पवन जैन, निषिध जैन ,यतीश जैन ,सुरजीत जैन,पुष्पेंद्र जैन,गौरव जैन ,प्रशान्त जैन ,राहुल जैन ,कुणाल जैन ,सुनील जैन एवं भारी संख्या मे जैन समाज के महिला ,पुरुष ,बच्चे उपस्थित रहे।