कृष्ण भक्तों के लिए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा (Mathura) शहर में स्थित पवित्र नगर वृंदावन का खास महत्व है
वृंदावन की पवित्र नगरी में दूर-दूर से लोग राधा-कृष्ण (Radha krishna) के दर्शन के लिए आते हैं. वृंदावन को श्रीकृष्ण के बाल लीलाओं का स्थान माना जाता है
कृष्ण भक्तों के लिए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा (Mathura) शहर में स्थित पवित्र नगर वृंदावन का खास महत्व है. वृंदावन की पवित्र नगरी में दूर-दूर से लोग राधा-कृष्ण (Radha krishna) के दर्शन के लिए आते हैं. वृंदावन को श्रीकृष्ण के बाल लीलाओं का स्थान माना जाता है. यहां आकर आप राधा-कृष्ण के कई मंदिरों के दर्शन कर पाएंगे. यहां भगवान कृष्ण और राधा रानी के कई प्रसिद्ध व प्रतिष्ठित मंदिर हैं. इसलिए कहा जाता है कि वृंदावन के कण-कण में राधा-कृष्ण वास करते हैं.वैसे तो हर भक्त की यह इच्छा होती है कि, एक बार वह राधा-कृष्ण की इस नगरी जाए और भगवान के दर्शन करे. अगर आपको ऐसा सौभाग्य मिले तो दर्शन, पूजन और भ्रमण के साथ ही इस बात का ध्यान रखिए कि वापसी में यहां से दो चीजें घर जरूर लेकर जाएं. इससे भगवान कृष्ण और राधा रानी का आशीर्वाद प्राप्त होगा और आपका घर संसार सुख-सौभाग्य से भर जाएगा.
वृंदावन से जरूर लेकर जाएं ये दो चीजें
- जानकारों और विद्वानों का मानना है कि, वृंदावन से लौटते समय यहां की थोड़ी सी मिट्टी लेकर जाना चाहिए. मिट्टी को अपने घर लेकर किसी ऐसे स्थान पर रखें जहां आप भगवान की पूजा करते हों. इसके अलावा आप इसे किसी कपड़े में बांधकर तिजोरी या धन रखने वाले स्थान पर भी रख सकते हैं. इससे सुख-सौभाग्य और धन में वृद्धि होती है. ऐसा करना बहुत शुभ माना जाता है.
- मिट्टी के साथ ही वृंदावन से लौटते समय यमुना का जल ले जाना न भूलें. धार्मिक दृष्टिकोण से यमुना के जल को गंगा की तरह की पवित्र माना गया है. इसलिए कहा जाता है कि यमुना में स्नान करने से व्यक्ति के समस्त पाप धुल जाते हैं. यमुना के जल को लेकर आप घर पर छिड़क दें, इससे सारी नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियां दूर हो जाएंगी.