आम तौर पर प्राइवेट कंपनियां नौकरी से निकालने पर एक से तीन महीने का नोटिस या फिर वेतन दे देती हैं
अपने वरिष्ठ अधिकारियों को नई नौकरी तलाशने के लिए 9 महीने तक मदद करेगी.
आम तौर पर प्राइवेट कंपनियां नौकरी से निकालने पर एक से तीन महीने का नोटिस या फिर वेतन दे देती हैं. मगर, ग्लोबल मैनेजमेंट कंसल्टेंसी कंपनी मेकिंजी (McKinsey) ने अपने कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने के एवज में कुछ अलग ऑफर देने का फैसला किया है. मेकिंजी ने घोषणा की है कि वह अपने वरिष्ठ अधिकारियों को नई नौकरी तलाशने के लिए 9 महीने तक मदद करेगी. इस दौरान उन्हें वेतन मिलती रहेगी. उन्हें किसी क्लाइंट प्रोजेक्ट में शामिल नहीं किया जाएगा. साथ ही यह सभी कर्मचारी नई जॉब तलाशने के लिए ऑफिस आवर्स का भी इस्तेमाल कर सकेंगे.
सैलरी, इंसेंटिव और जॉब तलाशने के अवसर दिए जाएंगे द टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, मेकिंजी सैकड़ों वरिष्ठ कर्मचारियों को नौकरी से निकालने जा रही है. इन सभी कर्मचारियों को 9 महीने की सैलरी दी जाएगी और उन पर काम का कोई दबाव नहीं डाला जाएगा. इस दौरान उन्हें नौकरी छोड़ने के बदले इंसेंटिव और जॉब तलाशने के अवसर दिए जाएंगे. ब्रिटेन में काम कर रहे इन कर्मचारियों को यह अनोखा अवसर पूरे 9 महीने तक दिया जाएगा. कंपनी ने इस प्रक्रिया को जॉब सर्च पीरियड का नाम दिया है. वह मेकिंजी के सभी रिसोर्स का इस्तेमाल कर सकेंगे और कैरियर कोचिंग सर्विस भी ले सकेंगे. हालांकि, कंपनी ने स्पष्ट कर दिया है कि इन 9 महीनों में भी नौकरी न हासिल कर पाने वालों को जॉब छोड़नी पड़ेगी. इसमें उन्हें कोई रियायत नहीं दी जाएगी.
1400 कर्मचारियों की छंटनी का किया था ऐलान
रिपोर्ट के अनुसार, मेकिंजी कारोबार की बदलती जरूरतों को देखते हुए अपने वर्कफोर्स का मैनेजमेंट करना चाहती है. साल 2023 में कंपनी ने घोषणा की थी कि वह लगभग 1400 कर्मचारियों की छंटनी करेगी. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, यह आंकड़ा उसके कुल वर्कफोर्स का लगभग 3 फीसदी है. पिछले महीने कंपनी ने अप्रैजल प्रक्रिया के दौरान लगभग 3000 कर्मचारियों को निर्देश दिए थे कि या तो वह अपना प्रदर्शन सुधार लें या फिर नौकरी छोड़ दें. हाल ही में एक मेकिंजी कर्मचारी ने काम के भारी दबाव के चलते आत्महत्या कर ली थी. यह मामला बेहद चर्चा में आया था.