भारतीय छात्रों की जर्मन यात्रा: सर सैयद दिवस
सर सैयद अहमद खाँ की 207 वीं जयंती 19 अक्टूबर 2024 को जर्मनी के फ्रंकफर्ट में मनाई जाएगी
अलीगढ़ भारत एवं जर्मनी के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण के बनने में व्यापार, निवेश और पर्यटन के साथ ही साथ छात्रों का पढ़ाई के स्तर पर आवागमन का भी अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है। पिछले दो दशक में भारतीय छात्रों का पढ़ाई के लिए जर्मनी जाना संख्या की दृष्टि से अपने उच्चतम शिखर पर है।
भारत में विभिन्न विश्वविद्यालय से छात्रों का उच्च शिक्षा के लिए जर्मनी जाना और इस कड़ी के हिस्से के रूप में अलीगढ मुस्लिम
विश्वविद्यालय के छात्रों का जर्मनी पहुँच कर अपनी पढाई पूरी कर वहां की अर्थव्यवस्था की प्रगति में अभिन्न अंग बनना एवं यहा प्राप्त पश्चिमी शिक्षा के साथसाथ बहुसांस्कृतिक अस्तित्व के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण में सामाजिक समरसता के साथ रहना इन छात्रों के लिए एक अलग तरह का अनुभव हैयह भारतीय अपनी मातृभूमि एवं मातृसंस्था में विकास के इस अनुभव को साझा करते हुए चाहते हैं कि अधिक से अधिक भारतीय छात्र जर्मनी आयें और अपने शैक्षिक विकास के साथ ही साथ भारत एवं जर्मनी के विकास की नई कहानी लिखें।अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय से पढाई के लिए जाने वाले छात्र जो यहाँ पहली बार ए.एम.यू. रिसर्च स्कॉलर एसोसिएशन के तत्वाधान में स्टटगार्ट विश्वविद्यालय जर्मनी में डॉ. अजाक्स के0 मोहम्म्द की उपाध्यक्षता में वर्ष 1995-96 में मिले थे, उनके द्वारा वर्ष 2019 में ए.एम.यू. एसोसिएशन की पुनःस्थापना फ्रंकफर्ट में 30 अलिग्स को एकत्रित कर की गयी थी। यह संस्था आज लगभग 250 अलिग्स को पूरे जर्मनी में एक साथ लिए है। जिसके कारण भारतीय उच्चायुक्त जर्मनी द्वारा इस संस्था को जर्मनी में भारतीय सांस्कृतिक के विकास के अभिन्न अंग के रूप में पंजीकृत किया गया है। इस संस्था द्वारा कोविड महामारी के दौरान विभिन्न सहायता के साथ साथ जर्मनी में आने वाले छात्रों को आने से पूर्व जानकारी एवं आने के उपरांत और पढ़ाई के बाद नौकरी के अवसर तलाशने में भी जानकारी देने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। अलीगढ़ तराने की कुछ पंक्तियाँ इस संगठन के कार्य को पूरी तरह चरितार्थ करतीं है ”जो अब्र यहाँ से उठेगा, वो सारे जहाँ पर बरसेगा”, हर जू-एं-रवां पर बरसेगा, हर कोहे गरां पर बरसेगा, हर सर्व-ओ-समन पर बरसेगा, हर दश्त-ओ-दमन पर बरसेगा, खुद अपने चमन पर बरसेगा, गैरों के चमन पर बरसेगा,।यह संगठन अपने तत्वाधान में सर सैयद अहमद खाँ की 207 वीं जयंती 19 अक्टूबर 2024 को फ्रंकफर्ट में मनाने जा रही है। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के मोके पर संस्था के अध्यक्ष डॉ. अजाक्स के. मोहम्मद एवं उपाध्यक्ष इमरान अहमद द्वारा सूचित किया गया है की जर्मनी में भारत के उच्चायुक्त मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे और अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा भेजा संदेश एक अभिन्न अंग होगा इस बार की मुलाकात का मुख्य उद््देश्य होगा- ”मेहमानों और पूर्व छात्रों के लिए जुड़ने और सहयोग करने के अवसर”