वो समय चला गया जब खेती-किसानी गांव के लोगों तक ही सीमित थी
एग्रीकल्चर और इससे जुड़ी फील्ड्स में दिन पर दिन ग्रोथ हो रही है
वो समय चला गया जब खेती-किसानी गांव के लोगों तक ही सीमित थी. आज ये एक ऐसा क्षेत्र बन चुका है जो सबकी थाली पर भोजन पहुंचाने के साथ ही लाखों-करोड़ों लोगों को रोजगार देता है. एग्रीकल्चर और इससे जुड़ी फील्ड्स में दिन पर दिन ग्रोथ हो रही है. साल 2019 की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत की 42 परसेंट से ज्यादा वर्कफोर्स एग्रीकल्चर की फील्ड में काम कर रही है. नीति आयोग की रिपोर्ट भी कहती है कि साल 2021 में इस सेक्टर ने करीब 40 परसेंट की ग्रोथ की जो दिनों-दिन बढ़ रही है.एग्रीकल्चर की फील्ड में करियर बनाने के लिए बहुत से कोर्स किए जा सकते हैं. ये आप अपनी सुविधा और पसंद के मुताबिक चुन सकते हैं. एंट्री करने के लिए जरूरी है कि आपने 12वीं साइंस विषयों से की हो. कोर्स की लिस्ट इस प्रकार है.बीएससी एग्रीकल्चरबीएससी एनिमल हस्बैंड्रीबीएससी एग्रीकल्चर इकोनॉमिक्स एंड फार्म मैनेजमेंटबीएससी हॉर्टिकल्चरबीएससी फॉरेस्ट्रीबीएससी सॉयल एंड वॉटर मैनेजमेंट ,बीएससी फिशरीज.इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट,एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, जोधपुर,पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, लुधियानाबिहार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी,,चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, हिसार, ,इंद्रा गांधी एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी,आर्चाय एन जी रंगा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी.,
प्रवेश परीक्षा से होता है चयन एग्रीकल्चर में यूजी और पीजी दोनों तरह के कोर्स किए जा सकते हैं. पीजी के लिए जरूरी है कि यूजी आपने इसी विषय से किया हो. सभी कोर्स में प्रवेश के लिए परीक्षा देनी होती है. चयन होने पर ही एडमिशन मिलता है. अच्छे कॉलेज में एडमिशन मिल जाने के बाद प्लेसमेंट भी बढ़िया मिलता है.फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया,इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट,नेशनल एग्रीकल्चर बैंक फॉर रिसर्च एंड डेवलेपमेंट ,नेशनल डेयरी डेवलेपमेंट बोर्ड,इंडियान काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च,नेशनल एग्रो इंडस्ट्री,नेशनल सीड्स कॉरपोरेशन लिमिटेड ये फील्ड बहुत बड़ी है जिसमें आप अपनी पसंद के मुताबिक ऑप्शन चुन सकते हैं. यहां फूड साइंटिस्ट, बायोकेमिस्ट, एग्रीकल्चर लॉयर, एग्रीकल्चर इकोनॉमिस्ट, इंजीनियर्स, साइंटिस्ट, एनिमल जेनेटिसिस्ट, एग्रोनॉमी सेल्स मैनेजर जैसे पदों पर काम किया जा सकता है. सैलरी भी पद के मुताबिक होती है. मोटी तौर पर साल के 4 लाख से लेकर 8 लाख तक आराम से कमाए जा सकते हैं.