मालवीय पुस्तकालय की ऐतिहासिक इमारत का जल्द होगा जीर्णाेद्धार
डीएम ने बैठक कर अधिकारियों को ऐतिहासिक भवन को पुराने स्वरूप में लौटने के दिए निर्देश
अलीगढ़-कलैक्ट्रेट का कायाकल्प करने के बाद अब जिला अधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने मालवीय पुस्तकालय के पुराने ऐतिहासिक स्वरूप को लौटाने का बीड़ा उठाया है। अंग्रेजी हुकूमत के दौरान निर्मित इमारत को लम्बे समय तक जनोपयोगी बनाए रखने के लिए उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। डीएम ने कहा कि मालवीय पुस्तकालय अलीगढ़ शहर के बीचो-बीच स्थित किले जैसी प्राचीन संरचना है, जिसने स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आधुनिक भारत तक की यादों को अपने में संजोकर रखा है।
मालवीय पुस्तकालय के सचिव एचबी माथुर ने जिला अधिकारी की कार्यशैली की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व किसी प्रशासनिक अधिकारी का ध्यान इस ओर नहीं गया, परन्तु वर्तमान जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह के पूर्व के जनपद प्रवास एवं अनुभव ने निश्चय ही मालवीय पुस्तकालय के ऐतिहासिक महत्व की ओर उनका ध्यानाकर्षण कराया होगा। उन्होंने बताया कि इस प्राचीन ऐतिहासिक इमारत की 1889 में नींव रखी गई, जिसे आज हम सभी महामना पंडित मदन मोहन मालवीय पुस्तकालय के नाम से जानते हैं। ब्रिटिश हुकूमत में इसे लायल लाइब्रेरी के नाम से जाना जाता था। मालवीय पुस्तकालय का इतिहास 150 वर्ष पुराना है। यहां विविध प्रकार की सामाजिक, धार्मिक, ऐतिहासिक और पुराने साहित्यकारों व लेखकों की 50,000 से अधिक किताबों का संग्रहालय भी है। आज यहां 1100 से अधिक पंजीकृत छात्र-छात्राएं नियमित रूप से अध्ययन करते हैं और विभिन्न प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। डिजिटल युग में प्राचीन पुस्तकों को पढ़ने वालों की रूचि में गिरावट देखने को मिल रही है, परन्तु समय-समय पर शोधार्थी आते रहते हैं, जिनके लिए ये पुस्तकें किसी वरदान से कम नहीं हैं। उन्होंने बताया कि मालवीय पुस्तकालय परिसर में संचालित सिविल सर्विसेज मार्गदर्शिका के माध्यम से अब तक 250 से अधिक छात्र-छात्राएं विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होकर अपना कैरियर संवार चुके हैं।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के उप महाप्रबंधक एमएस मेहता ने बताया कि मालवीय पुस्तकालय की ऐतिहासिक इमारत के जीर्णाेद्धार के लिए जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह द्वारा निर्देशित किया गया है। उनके द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में मंगलवार को ही आशीष कुमार मैनेजर इंजीनियरिंग एवं प्रियांशु गुप्ता सहायक प्रबंधक रिटेल सेल की देखरेख में नाप जोख का कार्य आरंभ कर दिया गया है और जल्द ही जिलाधिकारी की मंशा के अनुरूप जीरोधा एवं मरम्मत का कार्य शुरू कराया जाएगा।