अलीगढ़

मा0 मुख्यमंत्री जी ने राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय का स्थलीय निरीक्षण कर निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की

मा0 मुख्यमंत्री जी ने हरहाल में 15 दिसम्बर तक कार्य पूर्ण कर हैण्डओवर करने के दिये निर्देश

जननायक सम्राट ब्यूरो अलीगढ़

पाठ्यक्रमों का निर्धारण करते समय तकनीक पर जोर देते हुए स्थानीय एवं आसपास के उद्योगों को समावेशित किया जाए -मुख्यमंत्री

शीला गौतम सेंटर ऑफ लर्निंग के लिए मै0 शीला फोम एवं राहुल गौतम को दिया धन्यवाद

अलीगढ़ (सू0वि0) सूबे के मुखिया श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय का स्थलीय निरीक्षण एवं निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गयी। मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग मेरठ एमएम निसार ने मा0 मुख्यमंत्री जी को विश्वविद्यालय के मॉडल का अवलोकन कराया और बताया कि विगत 06 माह में तेजी से कार्य कराया गया है। एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक व एकेडमिक ब्लॉक में सिविल वर्क पूर्ण हो गया है फिनिशिंग का कार्य प्रगति पर है। बैठक के दौरान डिजाइन एसोशिएट आईएनसी पुनीत डांगी ने बताया कि निर्माण कार्यों में 77 प्रतिशत की भौतिक जबकि 66 प्रतिशत की वित्तीय प्रगति प्राप्त की गयी है। उन्होंने बताया कि 31 दिसम्बर तक कार्य पूर्ण करने के मैनपावर को बढ़ाया गया है। प्रथम चरण में विश्वविद्यालय परिसर में 2.50 लाख वर्ग फीट क्षेत्र में निर्माण कार्य कराया जा रहा है।

मा0 मुख्यमंत्री जी ने विश्वविद्यालय निर्माण प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि अनुबन्ध के अनुसार 18 माह में कार्य पूर्ण करना था परन्तु अभी की अपेक्षित प्रगति नहीं हुई है। मा0 मुख्यमंत्री जी ने हरहाल में 15 दिसम्बर तक कार्य पूर्ण कर हैण्डओवर करने के निर्देश देते हुए पूछा कि कितने वर्कर कार्य कर रहे हैं, इस पर 600 मजदूरों द्वारा कार्य करना बताया गया। जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि विगत 06 माह से निर्माण कार्यों में तेजी आई है। कार्यदायी संस्था द्वारा दो शिफ्टों में कार्य नहीं किया जा रहा है। धीमी प्रगति पर 1.75 करोड़ रूपये की पेनल्टी भी लगाई गयी है। मा0 मुख्यमंत्री जी ने मुख्य अभियंता पीडब्लूडी को निर्देशित किया कि जहां पर लापरवाही होती है वहां नोटिस जरूर जारी किया जाए इससे आने वाले समय में किसी भी बड़े प्रोजेक्ट के साथ कोई ब्लैकमेलर न जुड़ने पाए और उसके नाम पर अनावश्यक रूप से किसी भी शासन की योजना में बंदरबाट न होने पाए। हर हाल में समय और गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि एक-एक बिल्डिंग के बजाए पूरे कैंपस की प्रगति को साथ लेकर चलें और इस दौरान पूरी सावधानी से मानक एवं गुणवत्ता से कार्य सुनिश्चित कराए जाएं।

मा0 मुख्यमंत्री जी ने कुलपति चन्द्रशेखर से विश्वविद्यालय में आरम्भ किये जाने वाले पाठ्यक्रमों की जानकारी प्राप्त की। कुलपति ने बताया कि प्रथम चरण में 32 कोर्स शुरू किये जाने की योजना है। मा0 मुख्य मंत्री जी ने कहा कि पाठ्यक्रम निर्धारण में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के दृष्टिगत डिफेंस स्टडी से जुड़े हुए कोर्स शामिल किये जाएं। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ हार्डवेयर का सबसे बड़ा सेंटर है, अलीगढ़ एवं आसपास के जनपदों में ओडीओपी एवं स्थानीय स्तर पर कौन से प्रोडक्ट हैं जिनसे यहां के उद्यमी और नागरिक जुड़े हुए हैं। उन्होंने अलीगढ़ के ताले एवं जलेसर के घुंघरू-घण्टी उद्योग का उदाहरण देते हुए कहा कि दुनियां में कहीं भी जाएंगे आप इन उत्पादों को देखेंगे। ऐसे में पाठ्यक्रमों का निर्धारण करते समय तकनीक पर जोर देते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि विश्वविद्यालय इसमें क्या सहयोग कर सकता है। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ के साथ-साथ जिन अन्य जनपदों को इस विश्वविद्यालय से सम्बद्ध किया गया है उनके स्थानीय उत्पादों को भी पाठ्यक्रमों में समावेशित किया जाए। मा0 मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस प्रकार के कोर्स बनाना आपके लिए चुनौतीपूर्ण कार्य है। कोर्स बनाना फिर उसको लागू करने के लिए योग्य फैकल्टी, योग्य टैक्निशियन एवं योग्य मैनपावर की भर्ती यहां होनी है। उन्होंने कहा कि परम्परागत पाठ्यक्रम तो आसपास के महाविद्यालयों में चलेंगे ही कुछ नई चीजें आपको विश्वविद्यालय स्तर से देनी होंगी जिससे लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरा जा सके। मा0 मुख्यमंत्री जी ने एक बार पुनः स्पष्ट किया कि हमारा प्रथम लक्ष्य होना चाहिए कि 15 दिसम्बर तक समस्त निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएं। 15 दिसम्बर के बाद आगे की कार्यवाही पर ध्यान दें।

राज्य विश्वविद्यालय में निर्माणाधीन शीला गौतम सेंटर ऑफ लर्निग की प्रगति की जानकारी देते हुए आर्किटेक्ट पल्लवी सिंह ने बताया कि मा0 शीला गौतम जी की हमेशा से मंशा थी कि छात्र-छात्राओं के लिए हराभरा, लोकल मैटेरियल से बना एवं वास्तु व सुरक्षा की दृष्टि से अनुकूल भवन का निर्माण कराया जाए। हमारा यह ऑडिटोरियम एवं लाइब्रेरी इसी को ध्यान में रखते हुए निर्मित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 30 हजार वर्ग फीट में बनने वाले ऑडिटोरियम में 650 सीट एवं 10 हजार वर्गफीट में बनने वाली लाइब्रेरी में 250 विद्यार्थियों के बैठने की क्षमता है। लाइब्रेरी में 50 प्रतिशत सीट को कम्प्यूटर फ्रेंडली बनाया जाएगा। विगम 09 माह में 80 प्रतिशत भौतिक प्रगति प्राप्त की गयी है। उन्होंने फरवरी 2024 तक कार्य पूर्ण होने के प्रति आश्वस्त किया। मा0 मुख्यमंत्री जी ने मै0 शीला फोम एवं श्री राहुल गौतम जी को धन्यवाद देते हुए कार्य को गुणवत्ता के अनुरूप पूर्ण कराए जाने की भी बात कही।

समीक्षा बैठक के उपरान्त मा0 मुख्यमंत्री जी ने एकेडमिक ब्लॉक में क्लास रूम, लैब, शौचालय एवं अन्य निर्माण कार्यों का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि निमार्ण कार्यों में गुणवत्ता एवं समयबद्धता का विशेष ध्यान रखा जाए। छात्रों को जितना अधिक स्टडी फ्रेंडली वातावारण मिलेगा उतना ही वह प्रदेश एवं देश के विकास में योगदान कर सकंेंगे।

इस अवसर पर मा0 मंत्री श्री संदीप सिंह, श्री अनूप प्रधान, मा0 सांसद श्री सतीश गौतम, श्री राजवीर दिलेर, मा0 विधायक ठा0 जयवीर सिंह, ठा0 रवेन्द्र पाल सिंह, श्री राजकुमार सहयोगी, श्री अनिल पाराशर, मा0 एमएलसी डा0 मानवेन्द्र प्रताप सिंह, चौ0 ऋषिपाल सिंह, मै0 शीला फोम से नवनीता गौतम समेत अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ, मण्डलायुक्त रविन्द्र, डीआईजी शलभ माथुर, डीएम इन्द्र विक्रम सिंह, एसएसपी कलानिधि नैथानी समेत अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारीगण उपस्थित रहे।

JNS News 24

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