डायबिटीज के मरीज को चीनी कितनी खानी चाहिए या पूरी तरह से परहेज करना चाहिए
2021 में लगभग 101 मिलियन व्यक्तियों को मधुमेह था. जबकि प्रीडायबिटीज वाले व्यक्तियों की संख्या 136 मिलियन तक पहुंच गई
हेल्थ एक्सपर्ट से लेकर डॉक्टर तक कहते हैं कि डायबिटीज के मरीज को चीनी सोच समझकर खाना चाहिए. डायबिटीज वाले लोगों को पूरी तरह से चीनी खाने से बचना चाहिए. मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति को रोजाना कितनी चीनी खानी चाहिए? ‘द लैंसेट’ के रिसर्च के मुताबिक डायबिटीज एंड एंडोक्रिनोलॉजी के मरीजों के डेटा के मुताबिक साल 2021 में लगभग 101 मिलियन व्यक्तियों को मधुमेह था. जबकि प्रीडायबिटीज वाले व्यक्तियों की संख्या 136 मिलियन तक पहुंच गई थी. टाइप 1 या टाइप 2 मधुमेह वाले व्यक्तियों के ब्लड में शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी है.डायबिटीज के मरीज को एक सीमित मात्रा में कार्बोहाइड्रेट खाना चाहिए क्योंकि कार्बोहाइड्रेट ब्लड में शुगर लेवल को कंट्रोल करने का काम करता है. चीनी कार्बोहाइड्रेट का एक तरह का रूप है. अगर ब्लड में शुगर का लेवल ऊपर-नीचे होता है इसका सीधा असर पूरे शरीर पर पड़ता है.
अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन की सलाह है कि मधुमेह वाले व्यक्तियों के लिए चीनी सहित कार्बोहाइड्रेट आमतौर पर दैनिक कैलोरी सेवन का लगभग 45-60% होता है. इसका मतलब है कि चीनी को आहार में शामिल किया जा सकता है, लेकिन इसका सेवन कम मात्रा में और संतुलित भोजन योजना के हिस्से के रूप में किया जाना चाहिए. चीनी सेवन के लिए विशिष्ट सिफारिशें अक्सर चिकित्सा और पोषण संगठनों से आती हैं और व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियों और मधुमेह के प्रकार के आधार पर भिन्न होती हैं.विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) दिशानिर्देश अधिक सामान्य सलाह प्रदान करते हैं, जो व्यापक मधुमेह देखभाल के हिस्से के रूप में चीनी और कार्बोहाइड्रेट के प्रबंधन पर व्यापक पोषण संबंधी सिफारिशों और मार्गदर्शन पर ध्यान केंद्रित करते हैं। रक्त शर्करा नियंत्रण को अनुकूलित करने के लिए स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों, विशेष रूप से पंजीकृत आहार विशेषज्ञों से व्यक्तिगत आहार मार्गदर्शन महत्वपूर्ण है.