इंस्पेक्टर को कैसे लगी गोली? जानें आखिर हुआ क्या था
7 सीएलआर एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कराया है
कासगंज के थाना सिकंदरपुर वैश्य क्षेत्र की पुलिस पर किए गए जानलेवा हमले एवं थाने के इंस्पेक्टर हरिभान सिंह राठौर के गोली लगने के मामले में थाने के इंस्पेक्टर क्राइम ने बलवा, जानलेवा हमला, 7 सीएलआर एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कराया है। इस एफआईआर में दोनों पक्षों के 14 लोग नामजद किए हैं, जबकि पांच लोग अज्ञात दर्शाए हैं। पुलिस इन सभी आरोपियों की तलाश में जुटी है। इंस्पेक्टर क्राइम दिनेश चंद्र के मुताबिक बुधवार की रात्रि 7:40 बजे नगला नरपत में आमोद पुत्र राजेंद्र एवं द्वितीय पक्ष के मानपाल पुत्र ऋषिपाल के पक्षों के बीच संघर्ष और फायरिंग की सूचना मिली।
इस सूचना पर एक पुलिस पार्टी के साथ वे स्वयं निकले। इससे पूर्व कोबरा मोबाइल पुलिस मौके पर पहुंची थी। वहीं सूचना पर इंस्पेक्टर हरिभान सिंह राठौर नगला नरपत पहुंच गए। वहां दोनों पक्षों में संघर्ष हो रहा था। पुलिस को देखकर दोनों पक्षों ने पुलिस की ओर फायरिंग की। मानपाल पक्ष की ओर से की गई फायरिंग में पुलिस कर्मी बाल बाल बच गए।इसी बीच दूसरे पक्ष आमोद की ओर से करीब रात आठ बजे पुलिस पर फायरिंग कर दी। आमोद पक्ष की ओर से की गई फायरिंग की गोली इंस्पेक्टर हरिभान सिंह राठौर के सीने के ऊपर कॉलर बोन पर लगी। इंस्पेक्टर क्राइम दिनेश कुमार ने इस मामले में प्रथम पक्ष के आमोद, प्रमोद, विनोद, अरुण, उमेश, शिवपाल, अवधेश, गुड्डू एवं सुनील को नामजद किया है, जबकि दूसरे पक्ष से मानपाल, इंद्रपाल, संजू, ऋषिपाल एवं धीरपाल को नामजद किया है। पांच लोग अज्ञात हैं जो घटना के दौरान पुलिस पार्टी पर हमले की घटना में मौजूद रहे। अज्ञातों को पुलिस चिह्नित कर रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार दबिश दे रही है।