अगर आपको भी मेहनत का फल प्राप्त नहीं हो रहा, या बिजनेस में बार-बार हानि का सामना करना पड़ रहा है.
बार-बार आपकी हेल्थ में किसी ना किसी तरह की समस्या आ रही है या फिर शादीशुदा लाइफ में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है
अगर आपको भी मेहनत का फल प्राप्त नहीं हो रहा, या बिजनेस में बार-बार हानि का सामना करना पड़ रहा है. बिना किसी कारण के अगर आपके ऊपर लोग दोष लगाते हैं. बार-बार आपकी हेल्थ में किसी ना किसी तरह की समस्या आ रही है या फिर शादीशुदा लाइफ में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है या विवाह में विलंब हो रहा है.अगर इन सभी चीजों से आप भी पीड़ित हैं तो आपकी कुंडली में कालसर्प दोष (Kaalsarp Dosh) बना हुआ है.काल सर्प दोष (Kaalsarp Dosh) की पूजा या उपाय के बाद बहुत सी चीजें आसान हो जाती है. मेहनत का फल मिलने लगता है. व्यक्ति का वैवाहिक जीवन (Marital Life) काफी अच्छा हो जाता है, जिनकी शादी में देरी हो रही होती है उसका भी हल निकल जाता है. अगर आप भी काल सर्प दोष (Kaalsarp Dosh) से पीड़ित हैं तो 7 मई, मंगलवार के दिन पड़ने वाली दर्श अमावस्या के दिन इन अचूक उपाय को कर तरक्की पा सकते हैं.
दर्श अमावस्या के दिन कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए ये उपाय (Remedies of Kaalsarp Dosh on Darsh Amavasya 2024)
- सुबह शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करें.
- चांदी के नाग-नागिन की पूजा करें और फिर शिवलिंग पर अर्पित कर दें.
- स्नान-ध्यान करने के बाद भगवान शिव की उपासना करें .
- बहते पानी में पानी वाला नारियल प्रवाहित करें
क्या होती हैं दर्श अमावस्या? (What is Darsh Amavasya?)
दर्श अमावस्या (Darsh Amavasya), अमावस्या (Amavasya) की तिथि से एक दिन पहले मनाई जाती है. दर्श अमावस्या को छोटी अमावस्या भी कहा जाता है. दर्श अमावस्या का महत्व मूल अमावस्या तिथि के बराबर ही होता है.दर्श अमावस्या के दिन पितृ धरती लोक पर आते हैं और अपने परिजनों को आशीर्वाद देते हैं. इस दिन पूर्वजों की पूजा की जाती है.
हिंदू धर्म में नये चन्द्रमा के दिन को अमावस्या कहते हैं. यह एक महत्वपूर्ण दिन होता है क्योंकि कई धार्मिक कृत्य केवल अमावस्या तिथि के दिन ही किये जाते हैं.पूर्वजों की आत्मा की तृप्ति के लिए अमावस्या के सभी दिन श्राद्ध की रस्मों को करने के लिए उपयुक्त हैं. कालसर्प दोष निवारण की पूजा करने के लिए भी अमावस्या का दिन उपयुक्त होता है.
दर्श अमावस्या तिथि (Darsh Amavasya Tithi)
- दर्श अमावस्या की तिथि की शुरुआत 07 मई को 11:40, मिनट पर होगी.
- दर्श अमावस्या की तिथि का समापन 08 मई को सुबह 08:51 पर होगा.
दर्श अमावस्या के दिन चंद्र दर्शन करना अनिवार्य होता है. ऐसी मान्यता है कि सुख समृद्धि और परिवार के खुशाली की कामना करने के लिए यह दिन बहुत खास होता है. तो आप भी अगर काल सर्प दोष से पीड़ित हैं और इससे मुक्ति पाना चाहते हैं तो जरुर करें ये उपाय.