हिंदू धर्म में शनि देव न्याय के देवता के रूप में पूजे जाते हैं और इनकी पूजा के कई नियम भी हैं, जिनका पालन करना जरूरी होता है.
शनि देव जिसपर मेहरमान हो जाएं उसके जीवन से परेशानियां दूर चली जाती हैं. वहीं शनि देव की नाराजगी से कठोर दंड झेलने पड़ सकते हैं.
हिंदू धर्म में शनि देव न्याय के देवता के रूप में पूजे जाते हैं और इनकी पूजा के कई नियम भी हैं, जिनका पालन करना जरूरी होता है. शनि देव जिसपर मेहरमान हो जाएं उसके जीवन से परेशानियां दूर चली जाती हैं. वहीं शनि देव की नाराजगी से कठोर दंड झेलने पड़ सकते हैं.शनिदेव का स्वभाव ऐसा ही कि वे बहुत जल्दी क्रोधित हो जाते हैं और न्याय का देवता होने के कारण वो कर्मों के अनुसार व्यक्ति को उसका फल जरूर देते हैं. इसलिए शनि देव के दंड से कोई नहीं बच सकता है. वहीं जिनपर शनि की साढ़ेसाती चल रही होती है, उन्हें पूरे साढ़े सात सालों तक स्वास्थ्य, धन, परिवार और करियर संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.हर ग्रह की तरह एक निश्चत अवधि में शनि भी राशि परिवर्तन करते हैं. शनि देव करीब ढाई साल बाद एक राशि से दूसरे राशि में गोचर करते हैं. जब शनि एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करते हैं तब एक साथ तीन राशियों में शनि की साढ़ेसाती लगती है. साथ ही दो राशियों पर शनि की ढैय्या लगती है.बात करें साढ़ेसाती की तो,
शनि जिस राशि में परिवर्तन करते हैं उस पर, उससे एक आगे की राशि चक्र और एक पीछे की राशि पर शनि की साढ़ेसाती चलती है. जनवरी 2024 में शनि का गोचर मकर राशि से कुंभ राशि में हुआ था. ऐसे में फिलहाल मकर, कुंभ और मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. इसमें कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण है, मकर राशि पर साढ़ेसाती का अंतिम चरण है जबकि मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण है.जब भी किसी राशि पर शनि की साढ़ेसाती लगती है तो उसका बुरा समय शुरू हो जाता है और यह अवधि बहुत ही कष्टकारी मानी जाती है. अगर आपकी राशि में भी शनि की साढ़ेसाती चल रह है तो इन कामों को बिल्कुल न करें. क्योंकि इन कामों को करने से शनिदेव भयंकर नाराज हो जाते हैं और साढ़ेसाती का प्रभाव अधिक कष्टकारी हो सकता है.शनि की साढ़ेसाती में भूलकर न करें ये काम (Do not do these things during Sadesati)
- वाद-विवाद से दूर रहें: साढ़ेसाती से पीड़ित लोगों को वाद-विवाद से बचना चाहिए. इस समय वाद-विवाद में पड़ना आपके लिए जोखिम भरा हो सकत है और मानिसक तनाव बढ़ सकता है.
- अकेले यात्रा न करें: साढ़ेसाती के मुश्किल दौर में व्यक्ति को अकेले यात्रा करने से बचना चाहिए. खासकर रात के समय में अकेले यात्रा न करें. इसके साथ ही कानूनी मामलों से भी दूर रहना चाहिए.
- ये काम न करें: साढ़ेसाती के दौरान व्यक्ति को शनिवार और मंगलवार के दिन भूलकर भी मांस-मंदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही इन दिनों में काले वस्त्र, चमड़े और लोहे का सामान भी नहीं खरीदना चाहिए.
- इन्हें न सताएं: यदि आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती चल रही है तो गरीब और असहाय को कभी न सताएं और न ही इनका अपमान करें. इस दौरान जानवरों को भी नहीं सताना चाहिए.