अंबाला छावनी के रामबाजार के मालिक के बेटे महेश की नरबलि के लिए हत्या करने के मामले में आरोपियों को उनके फिंगरप्रिंट कड़ी सजा
हत्याकांड के बाद फॉरेंसिक टीम ने मामले में शामिल महिला आरोपी के फिंगर प्रिंट ले लिए हैं
अंबाला छावनी के रामबाजार के मालिक के बेटे महेश की नरबलि के लिए हत्या करने के मामले में आरोपियों को उनके फिंगरप्रिंट कड़ी सजा तक पहुंचा सकते हैं। हत्याकांड के बाद फॉरेंसिक टीम ने मामले में शामिल महिला आरोपी के फिंगर प्रिंट ले लिए हैं। इसके लिए कोर्ट से आरोपी महिला प्रिया को प्रोडक्शन वारंट पर लेने के संबंध में याचिका दी गई थी।जांच अधिकारी के मुताबिक तीनों आरोपियों के फिंगरप्रिंट लेने के दौरान प्रिया बीमार होने का दावा कर रही थी। इसलिए उसे उस समय अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उस समय उसके फिंगरप्रिंट नहीं लिए जा सके थे। अब घटना स्थल से मिले निशान और आरोपियों के फिंगरप्रिंट का मिलान फॉरेंसिक टीम करेगी।
फिंगरप्रिंट को लेने के बाद टीम इसका मिलान करने में जुट गई है। गौरतलब है कि 10 अप्रैल को छावनी की डीआरएम कॉलोनी स्थित एक घर में व्यापारी महेश गुप्ता का शव मिला था। बताया जाता है कि ये घर व्यापारी की पूर्व महिला कर्मचारी का था और चार आरोपी मृतक के शव के साथ तांत्रिक किया कर रहे थे।इस मामले में दो महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था जिसमें एक महिला प्रिया की तबियत खराब हो गई थी और उसे छावनी के नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
पुलिस के जांच अधिकारी ने कोर्ट में दी थी याचिका
दरअसल पुलिस जांच अधिकारी एएसआई बलकार सिंह की तरफ से रामनवमी के दिन कोर्ट में याचिका लगाई गई थी कि शेष रह गई आरोपी प्रिया के फिंगरप्रिंट लेने के लिए आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर लिया जाए। इस पर कोर्ट ने अनुमति दे दी थी। जांच अधिकारी बलकार सिंह ने बताया कि मामले में फिंगरप्रिंट करा लिए हैं। अब बिसरा रिपोर्ट व फॉरेंसिक रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है।
कार के पास सिर में गाढ़ी गईं थी नुकीली कीलें, निजी अंग पर मारी थी चोटें
इस मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गई है। जिसमें स्पष्ट है कि मृतक के सिर पर कान के पास नुकीली कीलनुमा चीजें लगाईं गई थी। इसके साथ ही मृतक के निजी अंग पर भी चोट के निशान मिले थे। मानो लग रहा हो कि किसी ने लातों से घायल करने का प्रयास किया गया। इसके साथ ही अन्य प्रकार की चोटें भी सामने आई हैं। बताया जाता है कि निजी अंग के आसपास सिंदूर आदि लगाया गया था। ये पूरा कार्य तांत्रिक क्रिया के तहत किया जा रहा था।जघन्य अपराध के अंदर चश्मदीद गवाही के साथ-साथ यह साइंटिफिक सबूत भी अहम होंगे। यही सुबूत आरोपी को सजा दिलाने में अहम भूमिका निभाएंगे।