कासगंज। जिले के दो आयुर्वेदिक अस्पतालों में रोगी की प्रकृति का परीक्षण करने के साथ ही मलेरिया, बीपी, शुगर, गर्भवती महिलाओं सहित अन्य जांच की जाएगी। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। जनपद में कुल 11 आयुर्वेदिक चिकित्सालय संचालित हैं। इनमें मरीजों को बेहतर इलाज देने की शासन की योजना है। पहले चरण में जिले के तबालपुर एवं मझौला के राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालयों को विकसित करने के लिए चयनित किया गया है। इन चिकित्सालयों को हेल्थ वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जा चुका है। इन पर जांच की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। आधुनिक मशीनों से युक्त लैब विकसित होगी। इसमें मलेरिया, बीपी, शुगर, गर्भवती महिलाओं की जांच की जाएगी। साथ ही मरीजों की रोग के कारण की प्रकृति की जांच भी होगी। जांच में यह पता लगाया जाएगा कि रोग पित्त या कफ किसकी वजह से है। इसके बाद मरीज को उपचारित किया जाएगा।