अलीगढ़
प्रधानाचार्य सिस्टर जेरीन संग कक्षा नौ व 10 के सभी विद्यार्थियों से संवाद किया।
350 छात्र-छात्राओं ने अपनी नाम पहचान छिपाकर लिखित रूप से समस्या व सुझाव बताए
(ओएलएफ) मामले में छात्रों के प्रदर्शन के बाद प्रबंधन के निर्देश पर पूर्व प्रधानाचार्य सिस्टर ज्योत्सना 8 मई को यहां पहुंचीं प्रधानाचार्य सिस्टर जेरीन संग कक्षा नौ व 10 के सभी विद्यार्थियों से संवाद किया। उनसे कहा कि वे खुलकर अपनी समस्याएं बताएं। चाहे वह समस्या किसी भी स्तर की हो और किसी से जुड़ी हो।अलीगढ़ में अवर लेडी फातिमा स्कूल (ओएलएफ) की छात्रा की खुदकुशी के बाद गुस्साए विद्यार्थियों के प्रदर्शन से स्कूल प्रबंधन अब हरकत में आया है। प्रकरण की जांच के लिए अलीगढ़ की पूर्व प्रधानाचार्य वर्तमान में उदयपुर में तैनात सिस्टर ज्योत्सना को यहां भेजा गया है। 8 मई को उन्होंने स्थानीय प्रधानाचार्य के साथ नवीं व दसवीं के बच्चों से संवाद किया। शिक्षकों संग मैराथन बैठक की। यह भी बताया गया है कि करीब 350 छात्र-छात्राओं ने अपनी नाम पहचान छिपाकर लिखित रूप से समस्या व सुझाव बताए हैं। इसे लेकर एक जांच समिति का गठन कर प्रत्येक कक्षा में काउंसलर की तैनाती तय की गई है। बाकी जांच व संवाद बृहस्पतिवार को भी जारी रहेगा।
। उन्होंने मौजूदा प्रधानाचार्य सिस्टर जेरीन संग कक्षा नौ व 10 के सभी विद्यार्थियों से संवाद किया। उनसे कहा कि वे खुलकर अपनी समस्याएं बताएं। चाहे वह समस्या किसी भी स्तर की हो और किसी से जुड़ी हो। मगर उस समय कोई बच्चा बोलने को तैयार न हुआ। इस पर उन्होंने खुद विकल्प रखा कि बच्चे चाहें तो अपनी पहचान छिपाकर लिखित में शिकायत दे सकते हैं। इसके बाद करीब 350 बच्चों ने अपनी समस्या व सुझाव लिखकर दिए। इसे देख प्रबंधन व जांच अधिकारी दंग रह गए। इन पर मंथन के बाद तय किया गया कि हर कक्षा में एक काउंसलर नियुक्त होगा। ताकि भावनात्मक रूप से कमजोर बच्चों से संवाद के बाद उन्हें जरूरी सलाह दी जा सके। इसी तरह का संवाद 9 मई को बारहवीं कक्षा के बच्चों से होगा। ओएलएफ छात्रा खुदकुशी प्रकरण: जांच कर रहीं पूर्व प्रधानाचार्य, 350 बच्चों ने दिए सुझाव, जांच रहेगी जारी