हैंड रिटेन बुक है जो 1510 में पब्लिश हुई थी. इसमें कुल 72 पन्ने या 18 शीटें
1994 में बिल गेट्स ने खरीदा था. उस समय इसकी कीमत 49.4 मिलियन डॉलर चुकायी गई
किताबें किसी भी इंसान की सच्ची साथी होती हैं. ऐसा भी कहा जाता है कि किताबों का संग कर लिया तो जीवन में सकारात्मक बदलाव आने लगते हैं. ऐसे में ज्यादातर किताबों की कीमत ऐसी होती हैं कि वे अधिक से अधिक लोगों की पहुंच में रहें. पर क्या आप जानते हैं कि दुनिया की कुछ किताबें ऐसी भी हैं जिन्हें खरीदना और पढ़ना तो दूर उनकी कीमत कैलकुलेट करने में ही आपका सिर घूम जाएगा. इतने अंक जुड़े होंगे कि समझ ही नहीं आएगा की असल कीमत है क्या. जी हम बात कर रहे हैं दुनिया की सबसे महंगी किताब की. आज इसके बारे में जानते हैं.
क्या है किताब का नाम इस किताब का नाम है कोडेक्स लेस्टर. इसे 15वीं सेंचुरी में लियोनार्डो दा विंची ने लिखा था. अगर देश की बात करें तो ये फ्लोरेंस इटली की है. ये एक हैंड रिटेन बुक है जो 1510 में पब्लिश हुई थी. इसमें कुल 72 पन्ने या 18 शीटें हैं. दुनिया की सबसे महंगी किताब की लिस्ट में इसका नाम सबसे ऊपर आता है.
कौन हैं मालिक
इस किताब को 1994 में बिल गेट्स ने खरीदा था. उस समय इसकी कीमत 49.4 मिलियन डॉलर चुकायी गई थी. इंडियन करेंसी में बात करें तो ये करीब 410 करोड़ रुपये हुए. इस किताब में बहुत से विषयों पर लियनार्डो द विंची ने अपनी राय रखी है, जैसे एस्ट्रोनॉमी, जियोलॉजी, वॉटर थ्योरी वगैरह. जानते हैं इस लिस्ट में और कौन सी किताबों के नाम हैं.
दूसरे पायदान पर है ये किताब
इस लिस्ट में जिस किताब को दूसरे पायदान पर रखा जा सकता है उसका नाम है मैग्ना कार्टा. विभिन्न रिपोर्ट्स की मानें तो ये किताब आज से 808 साल पहले यानी करीब 1215 की है. इसके ऑथर हैं जॉन और किंग ऑफ इंग्लैंड. इस किताब को फिलहाल ब्रिटिश लाइब्रेरी में रखा गया है. लिंकन कैसल और सैलिसबरी कैथेड्रल में एक-एक प्रति हैं. ये बुक 24.5 मिलियन डॉलर यानी करीब 225 करोड़ रुपये में बिकी थी.