शिक्षा

मतदान से पहले प्रत्याशी की कुंडली पर नजर डाल लेना जरूरी होता है

राजनीतिक दलों के उन मुखियाओं की जिन पर जीत का दारोमदार रहता है.

कहते हैं कि मतदान से पहले प्रत्याशी की कुंडली पर नजर डाल लेना जरूरी होता है और अगर बात चुनाव लड़ने ​वालों की न होकर चुनाव लड़ाने वालों की हो तो यह और भी ज्यादा मायने रखता है. जी, हां हम बात कर रहे हैं राजनीतिक दलों के उन मुखियाओं की जिन पर जीत का दारोमदार रहता है. ऐसे में उनकी शिक्षा, संपत्ति और आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी रखना जरूरी हो जाता है लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. चुनाव में जीत के लिए हर दल जी-जान से जुटा है. यूपी के चुनाव पर सबकी नजरें टिकी हैं क्योंकि सत्ता का रास्ता हर बार यूपी ही तय करता है. अखिलेश यादव ने विदेश में रहकर पढ़ाई की है तो योगी आदित्यनाथ ने गांव के स्कूल में पढ़कर सफलता की इबारत लिखी है. फिलहाल यूपी के महासंग्राम में अपनी पार्टी की जीत के लिए दांव-पेच में दोनों महारथी जुट गए हैं. आइए जानते हैं, इन दोनों नेताओं की एजुकेशनल क्वालिफिकेशन क्या है.

सीएम योगी ने की है यहां तक पढ़ाई सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की शिक्षा की बात की जाए तो उन्होंने टिहरी के गजा के स्थानीय स्कूल से स्कूली पढ़ाई पूरी की. जबकि उन्होंने इंटर की पढ़ाई ऋषिकेश के श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज से प्राप्त की. मुख्यमंत्री योगी ने अपनी ग्रेजुएशन श्रीनगर के हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से की है. उन्होंने गणित में बीएससी किया है. सबसे कम उम्र में सांसद बनने का रिकॉर्ड भी योगी आदित्यनाथ के नाम है.

कितने पढ़े-लिखे हैं पूर्व सीएम अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Former CM Akhilesh Yadav) सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. उनकी शिक्षा की बात करें तो वह पोस्ट ग्रेजुएट हैं. अखिलेश यादव ने मैसूर यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है. यहां से ग्रेजुएशन हो जाने के बाद वह मास्टर्स डिग्री लेने के लिए ऑस्ट्रेलिया के सिडनी चले गए. जहां से उन्होंने एनवायरमेंटल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन की.

JNS News 24

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