जया एकादशी का व्रत पारण 21 फरवरी 2024 को सुबह 06.55 मिनट से सुबह 09.11 तक किया जाएगा.
भगवान कृष्ण ने युधिष्ठिर को इस दिन का महत्व बताते हुए कहा था कि, इस दिन का उपवास करने से व्यक्ति को ब्रह्महत्या जैसे पापों से भी मुक्ति मिलती है
माघ महीने में शुक्ल पक्ष में जया एकादशी आती है. जया एकादशी व्रत करने वाले के पितृ, कुयोनि को त्याग कर स्वर्ग में चले जाते हैं. इसके प्रभाव से पितृ पक्ष की दस पीढियां, मातृ पक्ष की दस पीढियां मोक्ष को प्राप्त होती है.जया एकादशी व्रत में भगवान विष्णु के माधव रूप की पूजा करनी चाहिए. पुराणों का कहना है कि इस व्रत और पूजा से विजय मिलती है. साल 2024 में जया एकादशी की डेट, पूजा मुहूर्त और व्रत पारण समय यहां जानें.इस साल जया एकादशी 20 फरवरी 2024 को है. ‘पद्म पुराण’ और ‘भविष्योत्तर पुराण’ दोनों में जया एकादशी के महत्व का उल्लेख मिलता है। स्वयं भगवान कृष्ण ने युधिष्ठिर को इस दिन का महत्व बताते हुए कहा था कि, इस दिन का उपवास करने से व्यक्ति को ब्रह्महत्या जैसे पापों से भी मुक्ति मिलती है
जया एकादशी 2024 मुहूर्त पंचांग के अनुसार माघ महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी 19 फरवरी 2024 को सुबह 08 बजकर 49 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 20 फरवरी 2024 को सुबह 09 बजकर 55 मिनट पर समाप्त होगी.
- पूजा मुहूर्त – सुबह 09.45 – दोपहर 02.00
जया एकादशी 2024 व्रत पारण समय जया एकादशी का व्रत पारण 21 फरवरी 2024 को सुबह 06.55 मिनट से सुबह 09.11 तक किया जाएगा. पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय सुबह 11.27
जया एकादशी महत्व पद्म पुराण में जिक्र किया गया है कि जया एकादशी व्रत करने से हर तरह के पाप और अधम योनि से मुक्ति मिलती है। साथ ही साधक को जीवन में सभी भौतिक और आध्यात्मिक सुख मिलते हैं। मान्यता है कि जया एकादशी व्रत करने से मरणोपरांत मोक्ष की प्राप्ति होती है. अत: नियमों का पालन करते हुए यह व्रत करें.