कासगंज : डीएम मेधा रूपम ने महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारतीय संविधान महिलाओं को समानता का अधिकार देता है
महिला उत्थान से संबंधित कार्यक्रम सर्व व्यापक नहीं हो पाए

कासगंज : डीएम मेधा रूपम ने महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारतीय संविधान महिलाओं को समानता का अधिकार देता है, लेकिन किन्हीं कारणवश महिला उत्थान से संबंधित कार्यक्रम सर्व व्यापक नहीं हो पाए। वर्तमान में मोदी सरकार ने महिलाकर्मी के उत्थान एवं समावेशी विकास के साथ साथ महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए अनेकों योजनाएं संचालित की हैं।एसपी अंकिता शर्मा ने कहा कि भारतीय इतिहास महिलाओं की गोरवगाथाओं से अटे पड़े हैं, लेकिन वर्तमान सरकार ने महिलाओं को आरक्षण देकर उन्हें बराबरी को दर्जा देते हुए समानता का अधिकार दिया। महिला आरक्षण बिल इसका प्रत्यक्ष परिणाम है। आज महिलाएं शासन प्रशासन समाज सेवा एवं धार्मिक क्षेत्रों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं।एसडीएम अंजली गंगवार ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस न केवल एक तारीख है, बल्कि यह नारी सशक्तिकरण और समानता के संघर्ष का प्रतीक बन चुका है। इस दिन का महत्व न सिर्फ महिलाओं की सफलता और बलिदान को मान्यता देने के लिए है, बल्कि यह हमें याद दिलाता है कि एक समान और सुरक्षित समाज के लिए हमें और भी अधिक प्रयास करने होंगे।सदर सीओ आंचल चौहान ने कहा महिलाओं की ताकत और सम्मान के प्रतीक के रूप में हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को 8 मार्च को पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह दिन लैंगिक समानता, महिलाओं के अधिकारों और उनके सशक्तिकरण के प्रति जागरुकता फैलाने का प्रतीक है। आधुनिक समाज में महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, फिर भी कई चुनौतियों और भेदभाव का सामना कर रही हैं।नगर पंचायत अध्यक्ष सहावर नाशी खान ने महिला दिवस पर कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में बढ़ चढ़कर भाग ले रही हैं। खेल हो या समाज सेवा, राजनीति में भी बढ़ चढ़कर भाग ले रही हैं। पटियाली की विधायक नादिरा सुल्तान ने कहा किमहिलाएं-पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं।