कासगंज में बीती रात हुई बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की रबी फसल को भारी नुकसान पहुँचाया
मटर और टमाटर की कीमतों में वृद्धि होने की संभावना है, जिससे आम उपभोक्ताओं को भी महंगाई का सामना करना पड़ेगा

कासगंज में बीती रात हुई बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की रबी फसल को भारी नुकसान पहुँचाया है। इस मौसम में फसलें अब पकने के करीब थीं, लेकिन तेज बारिश औरओलावृष्टि ने इन पर गंभीर असर डाला है। किसानों का कहना है कि उनकी सरसों, गेहूं, तंबाकू और मटर की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है।किसानों ने बताया कि पहले से मौसम में बढ़ती गर्मी के कारण फसलों का उत्पादन घटने का अनुमान था, लेकिन अब ओलावृष्टि ने स्थिति और भी खराब कर दी है।गेहूं की फसल तेज हवाओं के कारण जमीन पर गिर गई है, वहीं सरसों के दाने भी ओलावृष्टि के चलते गिर गए हैं। तंबाकू के पत्ते फट गए हैं, और मटर को भी भारी नुकसान हुआ है। कासगंज जिले के मोहनपुरा कस्बे में हरी मटर की सबसे बड़ी मंडी है, जो दिल्ली, आगरा, बरेली, कानपुर, अलीगढ़ जैसे प्रमुख शहरों को मटर की आपूर्ति करती है। अब जब मटर की फसल को नुकसान हुआ है, तो मटर और टमाटर की कीमतों में वृद्धि होने की संभावना है, जिससे आम उपभोक्ताओं को भी महंगाई का सामना करना पड़ेगा।किसानों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि इस ओलावृष्टि और बारिश से उनकी फसलों पर बड़ा असर पड़ेगा और पैदावार में कमी आएगी।अब किसान केंद्र सरकार की फसल बीमा योजना की मदद के इंतजार में हैं। उन्हें उम्मीद है कि राज्य सरकार द्वारा नुकसान का सही आकलन किया जाएगाऔर उनकी मदद की जाएगी, ताकि वे अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें। किसानों ने इस स्थिति में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि वे शीघ्र ही उनकी सहायता के लिए कदम उठाएं और उनके फसल नुकसान का उचित मुआवजा दें। मौसम की इस मार से किसान बेहद परेशान हैं, और उनकी मदद के लिए त्वरित कदम उठाए जाने की जरूरत है।