अकेले बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का ही मार्केट कैप 3.72 लाख करोड़ रुपये के पार
भारत की ग्रोथ स्टोरी पर निवेशकों का भरोसा
भारत का शेयर बाजार लगातार नए-नए ऐतिहासिक मुकाम हासिल कर रहा है और ये अब दुनिया का चौथा सबसे बड़ा स्टॉक मार्केट बन गया है. मार्केट कैप की रेस में हॉन्गकॉन्ग को पीछे छोड़ दिया है.मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से भारतीय शेयर बाजार ने एक नया ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया है. सोमवार को शेयर बाजार बंद होने के बाद घरेलू बाजार में लिस्टेड एक्सचेंजों का कंबाइंड मार्केट कैप 4.33 ट्रिलियन डॉलर को छू गया. इसके मुकाबले हॉन्गकॉन्ग के शेयर बाजार का मार्केट कैप 4.29 ट्रिलियन डॉलर के लेवल पर बना हुआ था.आज सुबह बीएसई का मार्केट कैपिटलाइजेशन ही 3.72 लाख करोड़ रुपये के पार निकल चुका था. सुबह सेंसेक्स की शुरुआत करीब 450 अंकों की तेजी के साथ हुई थी और निफ्टी की शुरुआत 21700 के लेवल के पार जाकर देखी गई थी ब्लूमबर्ग के डेटा के मुताबिक ये खबर आया है. देश के शेयर बाजार और इसके निवेशकों के लिए ये बड़ी उपलब्धि मानी जा सकती है और भारत की ग्रोथ स्टोरी पर घरेलू निवेशकों के साथ-साथ विदेशी निवेशकों के भरोसे को दिखाने वाली ये खबर है.
दिसंबर में पहली बार छू लिया था 4 ट्रिलियन डॉलर का शिखर भारतीय शेयर बाजार ने 5 दिसंबर 2023 में पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के ऐतिहासिक शिखर को छू लिया था. इक्विटी मार्केट में रिटेल इंवेस्टर्स की लगातार बढ़ती भागीदारी के असर से शेयर बाजार का निवेश दायरा ज्यादा मजबूत हुआ है और स्टॉक मार्केट में एक के बाद एक शानदार रैली देखी जा रही है.
पसंदीदा इंवेस्टमेंट डेस्टिनेशन बनने की दिशा में भारतीय शेयर बाजार
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि विदेशी निवेशकों के लिए पसंदीदा इंवेस्टमेंट डेस्टिनेशन बनने की दिशा में भारतीय शेयर बाजार ने खुद को चीन के मुकाबले अधिक आकर्षक निवेश विकल्प के तौर पर पेश किया है. भारतीय इकोनॉमी की तेज गति, भारतीय कंपनियों का बढ़ता कारोबार, कंपनियों की आईपीओ रूट से हो रही शानदार लिस्टिंग आदि इसके उदाहरण हैं जो दिखाते हैं कि भारत की विकास यात्रा को लेकर दुनिया के कई देशों के निवेशकों को विश्वास है.