डीएम की अध्यक्षता में जिलास्तरीय पोषण समिति की बैठक संपन्न
सैम बच्चों के चिन्हांकन से लेकर उनके पोषित होने के लिए शासकीय प्रयासों के समानान्तर नवाचार के तहत संचालित है ''मिशन मुस्कान''

अलीगढ़ : जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में जिलास्तरीय पोषण समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिले में कुपोषण एवं पोषण ट्रैकर एप पर प्रविष्टियों की अद्यतन स्थिति, आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यप्रणाली की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि पोषण ट्रैकर एप पर नियमित एवं सही-सही प्रविष्टियां सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि पोषण अभियान के उद्देश्यों को सफल बनाने के लिए अन्तर्विभागीय समय का विशेष महत्व है।जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्ण कांत राय ने बताया कि जिले में 3039 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। जिसमें से 390 विभागीय भवन, 1816 प्राथमिक विद्यालयों, 382 पंचायत भवनों के साथ 493 किराए के भवनों में संचालित हैं। उन्होंने बताया कि सैम बच्चों के चिन्हांकन से लेकर उनके पोषित होने तक के लिए शासकीय प्रयासों के समानान्तर नवाचार के तहत मिशन मुस्कान चलाया जा रहा है मिशन मुस्कान के तहत कुपोषण से जूझ रहे सैम श्रेणी के बच्चों को उनकी बुनियादी प्राकृतिक क्षमता स्तर पर वापस लाना हैजिलाधिकारी ने आरईडी एवं पंचायतीराज विभाग को निर्देशित किया कि आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूर्ण कराया जाए। ऐसे आंगनबाड़ी केंद्र जो बनकर तैयार हैं उनको हैण्डओवर लेते हुए केंद्र संचालन सुनिश्चित किया जाए।समीक्षा के दौरान पोषण ट्रैकर एप पर प्रविष्टियों के अपलोड करने एवं गर्भवती महिलाओं का वनज किए जाने की खराब स्थिति पर सीडीपीओ इगलास को कार्यशैली में सुधार करने की चेतावनी दी गई। डीएम ने निर्देशित किया कि प्रत्येक वीएचएनडी सत्र पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका अनिवार्य रूप से उपस्थित रहे। डीएम ने जेएनएमसी में संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र को पूर्ण क्षमता के साथ संचालित करते हुए केंद्र संचालक डा0 मुनाजिर अली को प्रतिमाह 02 केस स्टडी तैयार करने के निर्देश दिए।बैठक के अंत में मातृ एवं शिशु पोषण, किशोरियों में एनीमिया की रोकथाम एवं जनजागरूकता कार्यक्रमों को और प्रभावी बनाने के निर्दश देते हुए आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को पोषाहार की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए।