बुधवार को माइक्रो ऑब्जरवर्स को किया गया प्रशिक्षित
माइक्रो आब्जर्वर अपने पर्यवेक्षणीय दायित्वों का अच्छे से करें निर्वहन
अलीगढ़ 01 मई 2024 (सू0वि0): बुधवार को कृष्णा इंटरनेशनल स्कूल में माइक्रो ऑब्जरवर्स को लोकसभा चुनावों को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशिक्षित किया गया। सम्पूर्ण प्रशिक्षण के दौरान लोकसभा क्षेत्र हाथरस की मा0 सामान्य प्रेक्षक श्रीमती पी0 श्री0 वेंकटाप्रिया भी उपस्थित रहीं। मास्टर ट्रेनर्स के साथ ही एलईडी के माध्यम से छोटी छोटी वीडियो एवं पीपीटी के माध्यम से सभी माइक्रो ऑब्जर्वर को जरूरी दिशा निर्देश दिए। प्रशिक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी एवं प्रभारी अधिकारी कार्मिक आकांक्षा राना व पीडी डीआरडीए एवं सहायक प्रभारी अधिकारी कार्मिक भाल चन्द त्रिपाठी ने सभी माइक्रो ऑब्जरवर्स को उनके कार्यों एवं दायित्वों के विषय में विस्तृत जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर्स द्वारा बताया गया कि माइक्रो आब्जर्वर एक प्रकार से पर्यवेक्षक होते हैं। उनका दायित्व मतदान के दिन मतदान केंद्र में मतदान प्रक्रिया एवं मतदान दल के आचरण का अवलोकन करना होता है। ऐसा करने से मतदान प्रक्रिया की स्वतंत्रता एवं निष्पक्षता प्रभावित नहीं होने पाती है। मास्टर ट्रेनर ने कहा कि माइक्रो ऑब्जर्वर सामान्य पर्यवेक्षक के नियंत्रण एवं पर्यवेक्षण में कार्य करेंगे और आवंटित मतदान केंद्रों में संचालित सम्पूर्ण निर्वाचन प्रकिया का अवलोकन करेंगे। मतदान प्रक्रिया, मॉक पोल की प्रक्रिया का निरीक्षण करेंगे। मतदान अभिकर्ताओं या निर्वाचन अभिकर्ताओं या किसी राजनीतिक दल द्वारा की गई शिकायतों को ट्रैक करेंगे और शिकायत की प्रकृति एवं गम्भीरता को भी समझेंगे। जब भी माइक्रो ऑब्जर्वर को लगे कि किसी कारण से निर्वाचन प्रक्रिया का पालन भारत निर्वाचन आयोग के नियमानुसार नहीं हो रहा है तो सामान्य पर्यवेक्षक को तत्काल सूचित करेंगे। सभी माइक्रो ऑब्जर्वर सामान्य ऑब्जर्वर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करेंगे। मॉक पोल के दौरान मतदान अभिकर्ताओं एवं राजनीतिक दलों की उपस्थिति के साथ ही यह सुनिश्चित कराएंगे कि मतदान केंद्र के भीतर कोई अनाधिकृत व्यक्ति प्रवेश तो नहीं कर रहा है।
इसके साथ ही मास्टर ट्रेनर्स ने उपस्थित माइक्रो ऑब्जर्वर को प्रशिक्षण देते हुए बताया कि वह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान मतदान केंद्र पर अपनी ड्यूटी का अनुपालन कर रहे हैं इसकी भी सूचना देंगे। प्रत्येक घंटे में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और मतदाता रजिस्टर से आंकड़े का मिलान करते रहेंगे, ताकि मतदान की स्थिति स्पष्ट होती रहे। दोपहर 3ः00 बजे से लेकर सांय 5ः00 बजे तक कतार में कितने मतदाता उपस्थित थे इसकी भी रिपोर्ट देनी है। इसके बाद अंतिम समय में कितने मतदाता ऐसे उपस्थित थे, जिनको पीठासीन पदाधिकारी के द्वारा टोकन दिया गया। कुल मतदान की संख्या और उसका प्रतिशत भी दर्ज करेंगे। मतदाता परिचय पत्र से कितने मतदाताओं ने वोट दिया और एएसडी सूची से कितने मतदाताओं ने वोट दिया, यह भी अवलोकन करना है कि अमिट स्याही ठीक से लगाई जा रही है या नहीं। पीठासीन पदाधिकारी की डायरी में समस्त घटनाएं दर्ज हों यह भी सुनिश्चित करना है। प्रशिक्षण केंद्र पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का हैंड्स ऑन प्रशिक्षण भी दिया गया। इस दौरान 69 के सापेक्ष 65 माइक्रो ऑब्जरवर्स द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया गया। मास्टर ट्रेनर शहाबुद््दीन द्वारा ईवीएम-वीवीपैट के तकनीकी पक्षों की बारीकी से जानकारी दी गई।