मिथुन चक्रवर्ती के सीने में दर्द की शिकायत के बाद कोलकाता के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया
मिथुन को पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित करने का ऐलान सरकार ने किया था
मिथुन को सीने में दर्द की शिकायत के बाद कोलकाता के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया .एक्टर के एक करीबी ने बताया कि सुबह से मिथुन काफ़ी असहज महसूस कर रहे थे और इसीलिए उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया है. वहीं एक्टर के बेटे ने मिथुन का हेल्थ अपडेट भी . मिथुन चक्रवर्ती के बेटे मिमोह चक्रवर्ती ने बताया, ” पापा 100 फीसदी फाइन हैं और ये रूटीन चेकअप है. लेकिन आपके कंसर्न के लिए थैंक्यू.”वहीं अस्पताल में मौजूद मिथुन के करीबी का कहना है कि मिथुन को लेकर घबराने की कोई बात नहीं है और वो ठीक हैं. सूत्र ने ये भी कहा कि फिलहाल मिथुन को अटैंड कर रहे डॉक्टर्स उन के सभी टेस्ट कर रहे हैं.कहा जा रहा है कि मिथुन को सीने में दर्द उठा था, मगर अस्पताल में मौजूद करीबी सूत्र ने इससे इनकार करते हुए उन्हें अहसज महसूस करने की बात बताई.
पद्म भूषण से सम्मानित हुए मिथुन चक्रवर्ती
हाल ही में मिथुन को पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित करने का ऐलान सरकार ने किया था.एक्टर और पॉलिटिशियन ने इस खबर के बाद अपनी फीलिंग्स जाहिर करते हुए बंगाली में एक वीडियो में कहा, “मुझे गर्व है, मैं यह पुरस्कार पाकर खुश हूं. मैं सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं. मैंने कभी किसी से अपने लिए कुछ नहीं मांगा. बिना मांगे कुछ पाने की अनुभूति आज मुझे हो रही है. यह बिल्कुल अलग एहसास है. यह बहुत अच्छा एहसास है.”
मिथुन चक्रवर्ती वर्क फ्रंट
इस बीच, मिथुन के वर्क फ्रंट की बात करें तो एक्टर को आखिरी बार मौनी रॉय, सुभाश्री गांगुली, सरबंती चटर्जी और पूजा बनर्जी के साथ डांस रियलिटी शो डांस बांग्ला डांस में जज के रूप में देखा गया था. एक्टर को आखिरी रिलीज बंगाली फिल्म ‘काबुलीवाला’ थी. ये दिसंबर 2023 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. फिल्म का निर्देशन सुमन घोष ने किया है.
फिल्म के बारे में हिंदुस्तान टाइम्स बांग्ला से बात करते हुए, मिथुन ने कहा, “काबुलीवाला कोई ऐसी फिल्म नहीं है जिसे मैंने यूं ही करने के बारे में सोचा था. हालांकि यह एक बंगाली फिल्म है, लेकिन यह याद रखना जरूरी है कि यह एक बंगाली भाषी अफगान के बारे में है, न कि एक बंगाली भाषी के बारे में आजकल हर कोई हर चीज़ को बहुत बारीकी से देखता है, इसलिए यह बहुत बड़ी बात थी. फ़िल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक अफ़ग़ान बंगाली सीखता है और उसे हिंदी और बंगाली के मिश्रण से बोलता है.”