डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में एसआरजी एवं प्रधानाचार्यों की मासिक समीक्षा बैठक आहूत
नवीन तकनीक का उपयोग कर अध्ययन एवं अध्यापन कार्य को रोचक सरल बनाया जाए
अलीगढ़ – डायट प्राचार्य विनय कुमार गिल की अध्यक्षता में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान अलीगढ़ में एसआरजी एवं प्रधानाचार्यों की मासिक समीक्षा बैठक आहूत की गई। डायट प्राचार्य ने कहा कि विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करना एसआरजी एवं प्रधानाचार्यों का दायित्व एवं नैतिक कर्तव्य है। एसआरजी एवं प्रधानाचार्य आपसी समन्वय करते हुए नवीन तकनीक का उपयोग कर अध्ययन एवं अध्यापन कार्य को रोचक सरल बनाएं।
उन्होंने कहा कि शिक्षक दीक्षा, स्विफ्ट चैट और पंख पोर्टल जैसे शिक्षण ऐप्स इंस्टॉल करके डिजिटल लर्निंग पर ध्यान केंद्रित करें। छात्रों की समस्याओं को दूर करने के लिए टीएलएम का अधिकतम स्तर पर उपयोग कराएं। छात्रों की कल्पना की कहानी के धागे को जोड़कर सरल और बेहतर तरीके से कक्षा संचालन पर ध्यान केन्द्रित करने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रिंसिपल और एसआरजी और अन्य शिक्षक आपसी समन्वय पर ध्यान दें। उन्होंने छात्रों को पंख डायरी बनाने की सलाह देते हुए कहा कि प्रत्येक जिले के स्कूलों को मॉडल स्कूल बनाने पर ध्यान दिया जाए। डायट प्राचार्य ने बताया कि जनपद अलीगढ़ के प्रत्येक विद्यालय के लिए जल्द ही केपीआई (मुख्य प्रदर्शन संकेतक) निर्धारित किया जा रहा है, कमजोर विद्यार्थियों के लिए उपचारात्मक कक्षाएं होंगी। बैठक में प्रमुख प्रदर्शन संकेतक हार्ड कॉपी वितरित की गईं और हर विषय पर विस्तार से चर्चा की गई।
एसआरजी विज्ञान राजीव कुमार अग्रवाल ने बताया कि हमारा जनपद हमेशा विज्ञान और टेक्नॉल्जी की गतिविधियों में हमेशा आगे रहा है। उन्होंने प्राचार्यों को प्रोत्साहित किया कि अपने-अपने विद्यालयों में टैक्नोलॉजी बेस एजुकेशन सिस्टम विकसित करें। बैठक में एसआरजी विज्ञान हर्षी गुप्ता, एसआरजी गणित वीरेंद्र चौधरी एवं, बृजेश कुमार यादव, एसआरजी अंग्रेजी बुशरा जाफरी एवं प्रियंका वर्मा समेत जनपद अलीगढ़ के राजकीय विद्यालयों के प्रधानाचार्य उपस्थित रहे।