महाकुंभ में गई ज्यादातर बसें अब यात्रियों को करना पड़ेगा मुसीबत का सामना
36 बसों को कुंभ के लिए रवाना किया जाएगा।

दिल्ली सहित अन्य रूट पर बसों की किल्लत होने से यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ सकती है। क्योंकि इस रूट पर रोडवेज बसों का ही संचालन किया जाता है। हालांकि अधिकारी इससे निपटने के लिए बसों के फेरे बढ़ाने की बात कह रह हैं।इस समय शासन की मुख्य प्राथमिकता कुंभ मेले की परिवहन व्यवस्था है। कुंभ की परिहवन व्यवस्था सुदृढ़ बनाए रखने के लिए डिपो की सभी 45से50 बसें कुंभ मेले में आज तक चली जाएंगी। डिपो अब अनुबंधित बसों के सहारे ही संचालित होगा। ऐसी स्थितिमें यात्रा करने से पहले यात्री बेसन के बारे में जानकारी करने ले।रोडवेज डिपो के द्वारा नियमित रुप से 70से80 बसों का संचालन किया जा रहा था। अब केवल 30-31 बसें ही संचालित होंगी। कुंभ में 13 जनवरी से ही बसों को भेजने का सिलसिला शुरू हो गया था। चरणवद्ध तरीके से लगातार बसों की संख्या बढ़ाई जा रही है।36 बसों को कुंभ के लिए रवाना किया जाएगा। दिल्ली मार्ग के यात्रियों को बसों की संख्या कम होने पर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि दिल्ली रूट के लिए कासगंज शहर से ट्रेन की भी कोई सुविधा नहीं है। केवल दिल्ली की यात्रा का सहारा रोडवेज बसें हैं। दिल्ली के अलावा आगरा, बरेली, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस सहित अन्य रूटों पर बसों की किल्लत हो सकती है
एआरएम ओम प्रकाश ने बताया कि रोडवेज की सभी बसों को अलग अलग समय में कुंभ व्यवस्था में भेजा जा रहा है। बसों के फेरे बढ़ाए जाएंगे।
कासगंज से अमित कुमार की रिपोर्ट