अलीगढ़ में नगर निगम ने तालाब के सौंदर्यीकरण के नाम पर करोड़ों की हेराफेरी
नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिली भगत से तालाब को 30 से 35 फीट गहरा खोद दिया गया
अलीगढ़ नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारियों का एक नया कारनामा सामने आया है, जहां महानगर के बीचो-बीच स्थित गूलर रोड स्थित तालाब का सौंदर्यीकरण करने के नाम पर मानकों के विपरीत खुदाई कर मिट्टी की चोरी की गई. नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिली भगत से तालाब को 30 से 35 फीट गहरा खोद दिया गया. तालाब की खुदाई से निकली करोड़ों रुपए की सरकारी मिट्टी को कहां गायब कर दिया इसका जवाब देने वाला कोई नहीं है. सरकारी नियमों की माने तो निजी या सरकारी तालाब के लिए खनन विभाग से परमिशन लेनी होती है. परमिशन भी दो मीटर से ज्यादा की नहीं मिलती. अगर 2 मीटर से ज्यादा का खनन किया जाएगा तो उस पर जुर्माना लगाए जाने का प्रावधान है. लेकिन यहां तो मिट्टी को गायब करने वाले ही सरकारी महकमे से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी हैं.गूलर रोड पर तालाब से सरकारी मिट्टी को गायब करने का मामला नगर निगम बोर्ड अधिवेशन की बैठक में भाजपा पार्षदों द्वारा उठाया गया. भाजपा पार्षदों ने आरोप लगाया कि नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारियों ने सौंदर्यीकरणके नाम पर मानकों के विरुद्ध 30 से 35 फुट गहरी मिट्टी खोद कर घोटाला किया है. भाजपा पार्षदों द्वारा लगाए गए आरोपों को गंभीरता से लेते हुए नगर आयुक्त विनोद कुमार सोनकर ने दो सदस्यीय जांच टीम गठित की है. टीम एक सप्ताह में जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी. मिट्टी के उपयोग और दुरुपयोग की जांच के तथ्यों और साक्ष्यों के आधार पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी.7 दिन में देनी होगी जांच रिपोर्ट
नगर आयुक्त विनोद कुमार सोनकर ने बताया उनको गत 3 जनवरी को गूलर रोड तालाब से मिट्टी खोदे जाने व उसके उपयोग दुरुपयोग के आरोप की जानकारी हुई है. इस संबंध में उन्होंने निगम अधिकारियों की दो सदस्यीय टीम गठित कर 7 दिन में जांच रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं. जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। उधर गूलर रोड तालाब के पास रहने वाले प्रमोद कुमार वार्ष्णेय ने बताया कि यहां तालाब की काफी गहरी खुदाई करने के साथ हजारों ट्रैक्टर मिट्टी निकाली गई है. लेकिन यह पता नहीं है कि मिट्टी कहां जा रही है. इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए.