विदेश

नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (एनएसए) अजीत डोभाल ने को रूस के एनएसए निकोलाई पेत्रुशेव से मुलाकात की.

भारत-रूस द्विपक्षीय सहयोग में हुई प्रगति की समीक्षा की और आपसी हित के महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की गई

नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (एनएसए) अजीत डोभाल ने बुधवार (24 अप्रैल) को रूस के एनएसए निकोलाई पेत्रुशेव से मुलाकात की. इस महीने हुई दोनों के बीच ये दूसरी मुलाकात रही. इस दौरान डोभाल और पेत्रुशेव ने भारत-रूस द्विपक्षीय सहयोग में हुई प्रगति की समीक्षा की और आपसी हित के महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की गई. डोभाल ने रूस के अलावा म्यांमार समेत कई देशों के एनएसए के साथ मुलाकात की.रूस की राजधानी मॉस्को में मौजूद भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, डोभाल सेंट पीटर्सबर्ग में सुरक्षा मामलों के लिए जिम्मेदार ‘हाई रैंकिंग ऑफिशियल्स की बारहवीं अंतरराष्ट्रीय बैठक’ में हिस्सा लेने रूस पहुंचे. यहां उन्होंने रूस के सुरक्षा परिषद के सचिव पेत्रुशेव के साथ द्विपक्षीय बैठक की. दूतावास ने कहा, “दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति की समीक्षा की और आपसी हित के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की.”

एससीओ समिट में भी हुई थी डोभाल और पेत्रुशेव की मुलाकात एनएसए डोभाल ने 22 मार्च को मॉस्को के क्रोकस सिटी हॉल में हुए बर्बर आतंकी हमले की निंदा की. इस महीने की शुरुआत में, डोभाल ने अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों की सुरक्षा परिषदों के सचिवों की 19वीं वार्षिक बैठक के मौके पर पेत्रुशेव से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए रूस की सरकार और लोगों के साथ भारत की एकजुटता से अवगत कराया. दोनों देशों को पिछले कुछ सालों में आतंकवाद से जूझना पड़ा है. मॉस्को में हुए हमले ने सभी को झकझोर कर रख दिया था. भारत भी इस तरह के हमले झेल चुका है. यही वजह है कि वह रूस के साथ मिलकर दुनिया को इस खतरे से मुक्त कराना चाहता है. भारत-रूस के बीच रक्षा व्यापार भी काफी ज्यादा होता है. इसलिए कई बार इस तरह की मुलाकातों में नए हथियारों को लेकर भी चर्चा की जाती है.

म्यांमार के एनएसए और डोभाल के बीच शरणार्थियों पर हुई चर्चा एनएसए अजीत डोभाल ने अपने म्यांमार के समकक्ष एडमिरल मो आंग के साथ भी द्विपक्षीय बैठक की. उन्होंने एडमिरल आंग से मुलाकात के दौरान म्यांमार के मौजूदा हालात और वहां भारत के जरिए फंडेड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के बारे में जाना. मॉस्को में मौजूद भारतीय दूतावास ने कहा, “उन्होंने (डोभाल और आंग) भारत-म्यांमार सीमा पर हाल के घटनाक्रमों को लेकर भी चर्चा की, जिसमें सुरक्षा, शरणार्थियों, विकास परियोजनाओं आदि से संबंधित मुद्दे शामिल थे.”

JNS News 24

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