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नीट यानी नेशनल एलिजबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट 2024 का आयोजन हो चुका है और नतीजे भी घोषित किए जा चुके हैं

सेलेक्टेड कैंडिडेट्स को अब काउंसलिंग की प्रक्रिया से गुजरना होगा. जल्द ही काउंसलिंग शुरू होगी

नीट यानी नेशनल एलिजबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट 2024 का आयोजन हो चुका है और नतीजे भी घोषित किए जा चुके हैं. सेलेक्टेड कैंडिडेट्स को अब काउंसलिंग की प्रक्रिया से गुजरना होगा. जल्द ही काउंसलिंग शुरू होगी और कैंडिडेट्स अपने मनपसंद कोर्स और कॉलेज में एडमिशन के लिए अप्लाई करेंगे. रैंक, सीटों की उपलब्धता जैसे बहुत से मुद्दों को परखने के बाद कैंडिडेट्स को मेडिकल कॉलेज एलॉट होंगे. आज जानते हैं कि देश के टॉप गर्वनमेंट और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज कौन से हैं और इनकी रैंक क्या है.

टॉप मेडिकल कॉलेज कौन से हैं

ये कुछ कॉलेज हैं जो नीट का स्कोर स्वीकार करते हैं और पिछले तीन सालों से ये एनआईआरएफये कुछ कॉलेज हैं जो नीट का स्कोर स्वीकार करते हैं और पिछले तीन सालों से ये एनआईआरएफ रैंकिंग में अच्छी पोजिशन पर रहे हैं. साल 2023 की बात करें तो कॉलेज और इनकी रैंक इस प्रकार थी.

  • ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेंस, दिल्ली – रैंक 1
  • पीजीआईएमआर – रैंक 2
  • क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर – रैंक 3
  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंस – रैंक 4
  • जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, पुड्डुचेरी – रैंक 5
  • अमृत विश्व विद्यापीठम, कोयम्बटूर – रैंक 6
  • संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस – रैंक 7
  • इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, वाराणसी (आईएमएस-बीएचयू) – रैंक 8
  • कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपुर – रैंक 9
  • श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी – रैंक – 10
  • मद्रास मेडिकल कॉलेज – रैंक 11.

अगर टॉप गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेजों की बात करें तो एम्स, जेआईपीएमईआर, मद्रास मेडिकल कॉलेज के अलावा केजीएमयू और एम्स जोधपुर का नाम लिस्ट में है.प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की बात करें तो सीमसी, डॉ. डी.वाई पाटिल कॉलेज ऑफ आर्युवेद एंड रिसर्च सेंटर, सेंट जॉन्स नेशनल एकेडमी ऑफ हेल्थ साइंसेस, श्री रामचंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च और केएमसी मैंगलोर का नाम इस सूची में आता है.

इन कोर्स में ले सकते हैं एडमिशन

नीट परीक्षा पास करने के बाद केवल एमबीबीएस कोर्स में ही एडमिशन नहीं मिलता बल्कि रैंक के मुताबिक कैंडिडेट्स बीडीएस, बीएएमएस, बीएससी ऑनर्स नर्सिंग, बीयूएमएस जैसे बहुत से कोर्स में भी प्रवेश ले सकते हैं. ज्यादातर बड़े मेडिकल कॉलेज नीट स्कोर के माध्यम से इन कोर्स में एडमिशन देते हैं.अधिकतर जगहों पर यूजी मेडिकल कोर्स चार से पांच साल का होता है तो कई पीजी कोर्स तीन साल का होता है. देश में 30 से ज्यादा कॉलेज हैं जो नीट का स्कोर स्वीकार करते हैं. ज्यादातर सरकारी कॉलेज ही हैं.

किस आधार पर मिलती है रैकिंग

ये बात तो हो गई कि टॉप मेडिकल कॉलेज कौन से हैं पर ये रह गया है कि इन्हें टॉप बनाता क्या है. टॉप बनने के लिए कॉलेज के कुछ पैरामीटर देखे जाते हैं जैसे टीचिंग और लर्निंग रिसोर्स, रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिस, ग्रेजुएशन आउटकम वगैरह.

JNS News 24

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