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अमेरिका की ऑक्सफोर्ड, हारवर्ड और येल जैसी यूनिवर्सिटी में चल रहे इजरायल विरोधी प्रदर्शन को लेकर नया खुलासा

यूनिवर्सिटी के छात्रों ने कैंपस में टेंट लगा रखे हैं और खाने में पिज्जा और चिकेन खा रहे हैं

अमेरिका की ऑक्सफोर्ड, हारवर्ड और येल जैसी यूनिवर्सिटी में चल रहे इजरायल विरोधी प्रदर्शन को लेकर नया खुलासा हुआ है. एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि अरबपति जॉर्ज सोरोस और उनके वापंथी समर्थक इन विरोध प्रदर्शन की फंडिंग करके अशांति को बढ़ावा दे रहे हैं. यूनिवर्सिटी के छात्रों ने कैंपस में टेंट लगा रखे हैं और खाने में पिज्जा और चिकेन खा रहे हैं.इन फिलिस्तीन समर्थित छात्रों का कहना है कि जब तक गाजा में इजरायल की बमबारी नहीं रुकेगी, वे अपना प्रोटेस्ट खत्म नहीं करेंगे. न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलिस्तीन समर्थक इन प्रदर्शनकारियों को अमेरिकी अरबपति यहूदी बिजनेसमैन जॉर्ज सोरोस से जुड़े एनजीओ फंड देकर हौसला बढ़ा रहे हैं और खाने-पीने के साथ-साथ रहने की व्यवस्था भी कर रहे हैं.

सैकड़ों छात्र गिरफ्तार टेक्सस-ऑस्टिन विश्वविद्यालय, न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय, येल, ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी और दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से सैकड़ों छात्रों को गिरफ्तार भी किया गया है. कोलंबिया की तरह हार्वर्ड, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया-बर्कले सहित दर्जनों विश्वविद्यालयों में विरोध तम्बू शिविर लगाए गए हैं.अमेरिकी संसद अध्यक्ष माइक जॉनसन ने कोलंबिया विश्वविद्यालय का दौरा किया. उन्होंने यहूदी छात्रों की रक्षा करने में विफल रहने के लिए कोलंबिया विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट मिनोचे शफीक के इस्तीफे की मांग की, साथ ही यहूदी विरोधी भीड़ पर अमेरिकी विश्वविद्यालयों पर कब्जा करने का आरोप लगाया.इस दौरान उन्हें छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा. जॉनसन ने धमकी दी कि विरोध को दबाने के लिए नेशनल गार्ड को तैनात किया जा सकता है और राष्ट्रपति जो बाइडेन से हस्तक्षेप करने का आह्वान किया. जब वह पत्रकारों से बात कर रहे थे तो छात्रों ने नारा लगाया, नदी से समुद्र तक, फिलिस्तीन आजाद होगा.

कोलंबिया यूनिवर्सिटी से हुई थी शुरुआत अमेरिका की करीब 8 से ज्यादा विश्वविद्यालयों में चल रहे विरोध प्रदर्शन की शुरुआत कोलंबिया यूनिवर्सिटी से हुई थी. इसके बाद धीरे-धीरे ये प्रोटेस्ट दूसरी यूनिवर्सिटीज में पहुंच गया. अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन प्रदर्शन का सपोर्ट स्टूडेंट फॉर जस्टिस इन फिलिस्तीन (एसजेपी) कर रही है और इस संगठन को जॉर्स सोरोस से जुड़े एनजीओ से फंडिंग मिल रही है.

प्रदर्शन में शामिल छात्रों को मिल रही अच्छी खासी रकम

डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, एसजेपी को साल 2017 से अब तक सोरोस के एनजीओ ओपन सोसायटी फाउंडेशन की ओर से करीब 3 लाख अमेरिकी डॉलर मिल चुके हैं. इसके साथ ही यूएससीपीआर अपने सहयोगियों को हर हफ्ते 7800 डॉलर, कैंपस फैलो को 2800 डॉलर और 3660 डॉलर देता है. सोरोस का एनजीओ छात्रों को एक क्लास सुविधाएं दे रहा है जिसमें टेंट में रहना, डंकिन की कॉफी, 12.50 डॉलर का मानार्थ सैंडविच, ऑर्गेनिक चिप्स और 10 डॉलर की कीमत वाला चिकेन शामिल है.

JNS News 24

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