नीतीश कुमार महागठबंधन सरकार के सीएम बने, लालू परिवार उनपर हमला नहीं कर रहा
कर्पूरी ठाकुर की जन्मशती पर आयोजित कार्यक्रम
एक दिन पहले रास्ता है। नीतीश कुमार की इस बात का जवाब विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने नहीं दिया। जवाब आज आया है। सत्ता में उनके साथी लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल है। और, जवाब कहीं बाहर से नहीं बल्कि लालू की बेटी रोहिणी आचार्या ने दिया है। बहुत कड़क जवाब दिया है। सोशल मीडिया पर दिया है। यह उथलपुथल का लक्षण है। वैसे, गुरुवार को मंत्रिमंडल की बैठक के बाद प्रेस ब्रीफिंग को अचानक रोकने और विज्ञप्ति तक अटकाए जाने से भी अटकलों में तेजी आयी है। कैबिनेट बैठक भी महज 15 मिनट चली और सीएम भी तेजस्वी से बिना बात किए बढ़ गए।
पीएम मोदी के फैसले से खुशी, परिवारवाद पर हमला
कल तक शांत थीं रोहिणी, आज हमलावर
सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को जो कहा, उसपर राजद की ओर से प्रतिक्रिया नहीं आयी। भाजपा ने नरम प्रतिक्रिया जताई कि अगर परिवारवाद से दिक्कत है तो ऐसे लोगों के साथ क्यों हैं? अब असल हमला लालू यादव को किडनी दान करने के लिए चर्चित रहीं उनकी एनआरआई बेटी रोहिणी आचार्या ने किया है। रोहिणी ने गुरुवार सुबह सबसे पहले लिखा- “अक्सर कुछ लोग नहीं देख पाते हैं अपनी कमियां, लेकिन किसी दूसरे पे कीचड़ उछालने को करते हैं बदतमीजियां…”। इस वाक्यांश में कहीं भी नीतीश कुमार का नाम नहीं है, लेकिन मूलत: हमला सीएम पर ही किया गया। और स्पष्टता के लिए रोहिणी ने कुछ ही देर बाद अगली लाइन लिखी- “खीज जताए क्या होगा, जब हुआ न कोई अपना योग्य। विधि का विधान कौन टाले, जब खुद की नीयत में ही हो खोट।” रोहिणी की इन पंक्तियों ने साफ कर दिया कि उनका हमला नीतीश कुमार पर ही है। जब नीतीश कुमार भाजपा के साथ जनादेश लेकर उसके सीएम थे तो राजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे को लेकर इस तरह की टिप्पणी की थी। जब वह महागठबंधन के सीएम बने तो ऐसी टिप्पणियां रुक गई थीं। रोहिणी यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने फिर लिखा- “समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा है, हवाओं की तरह बदलती जिनकी विचारधारा है”। यह लाइनें भी नीतीश कुमार को लेकर हैं, क्योंकि उन्होंने एक बार राजद के साथ जनादेश लेकर भाजपा का दामन थामा था और फिर भाजपा के साथ सरकार बनाने के लिए वोट लेकर राजद के साथ मुख्यमंत्री बने हुए हैं।