बहुत समय नहीं बीता है, जब भारत में आम लोगों के हाथों तक पहली बार स्मार्टफोन और इंटरनेट की पहुंच हुई
भारत में हुए इस बदलाव के लिए स्मार्टफोन और इंटरनेट यानी डेटा दोनों का किफायती होना सबसे प्रमुख कारण माना जाता है
बहुत समय नहीं बीता है, जब भारत में आम लोगों के हाथों तक पहली बार स्मार्टफोन और इंटरनेट की पहुंच हुई. तकनीक की तेजी से बदलती दुनिया ने कुछ ही सालों में फीचर फोन का इस्तेमाल सीमित कर दिया. भारत में हुए इस बदलाव के लिए स्मार्टफोन और इंटरनेट यानी डेटा दोनों का किफायती होना सबसे प्रमुख कारण माना जाता है. अक्सर इस बात का जिक्र किया जाता है कि भारत के लोग कई विकसित देशों से काफी सस्ती दर पर तेज इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं. हालांकि अब यह तस्वीर बदलती दिख सकती है.
चार गुना बढ़ गई डेटा की खपत हाल ही में नोकिया मोबाइल ब्रॉडबैंड इंडेक्स रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें बताया गया है कि भारत में 4जी के मुकाबले 5जी डेटा की खपत चार गुना ज्यादा है. इतना ही नहीं, रिपोर्ट में ये भी सामने आया है कि भारत के लोग इंटरनेट चलाने के मामले में बाकी दुनिया से काफी आगे हैं. रिपोर्ट बताती है कि आज के समय में लोग 5जी टेक्नोलॉजी को तेजी से अपना रहे हैं, जिसके चलते विभिन्न दूरसंचार सर्किलों में 5जी ट्रैफिक में काफी तेजी आ रही है. मेट्रो सर्किल में भी सबसे ज्यादा 5जी यूज करने वाले ही लोग हैं. कुल मोबाइल डेटा ट्रैफिक में इसकी हिस्सेदारी 20 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है.
रिचार्ज पर हो रहा है ज्यादा खर्च
जब इंटरनेट की स्पीड ज्यादा होती है तो इसके हिसाब से डेटा की खपत भी ज्यादा होती है. यही कारण है कि जैसे-जैसे डेटा की स्पीड बढ़ती जा रही है, डेटा की खपत भी बढ़ती जा रही है. 4जी की तुलना में 5जी में इंटरनेट की स्पीड बेहतर होने से इसमें डेटा की खपत 4 गुना ज्यादा हो रही है. डेटा खपत करने के साथ ही लोगों की जेब पर भी इसका बोझ बढ़ता जा रहा है, क्योंकि जल्द डेटा खत्म होने पर लोगों को ज्यादा रिचार्ज करना पड़ रहा है.
तेजी से बढ़ रही है 5जी डेटा की खपत
भारत में डेटा कन्जम्पशन या खपत सालाना आधार पर 20 प्रतिशत बढ़कर 17.4 एक्साबाइट हो गई है. एक एक्साबाइट एक अरब गीगाबाइट (जीबी) के बराबर होता है. इसमें औसतन एक यूजर हर महीने 24 जीबी डेटा की खपत कर रहा है. रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि एडवांस 5जी अवेलेबिलिटी और परफॉर्मेंस, बड़ी रेंज में किफायती डिवाइसों का आसानी से मिलना और दूसरी सेवाओं के मिलने से फ्यूचर में 5जी की ग्रोथ तेज होगी.
कुल डेटा ट्रैफिक में रही 15 प्रतिशत हिस्सेदारी
देश के 79.6 करोड़ स्मार्टफोन्स में से 17 फीसदी यानी लगभग 13.4 मिलियन 5जी डिवाइस हैं. भारत के लोग इंटरनेट का जबरदस्त यूज करते हैं. यही वजह है कि मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनियां तेजी से 5जी डिवाइस बना रही हैं. पिछले पांच साल की तुलना में डेटा इस्तेमाल की सालाना बढ़ोतरी 26 प्रतिशत रही है. 2023 में कुल डेटा ट्रैफिक में 5जी का हिस्सा 15 प्रतिशत रहा.