अलीगढ़ शहर के सभी आठ बूचड़खानों की जांच अब आईआईटी कानपुर की टीम करेगी
शहर में उठने वाली चर्बी की दुर्गंध मामले में पुलिस-प्रशासनिक टीमों का अभियान पांचवें दिन भी जारी रहा।
अलीगढ़ शहर के सभी आठ बूचड़खानों की जांच अब आईआईटी कानपुर की टीम करेगी। एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट ने बताया कि शासन के निर्देश पर सभी बूचड़खानों की प्रदूषण के 24 मानकों पर जांच कराई जाएगी।शहर में उठने वाली चर्बी की दुर्गंध मामले में पुलिस-प्रशासनिक टीमों का अभियान पांचवें दिन भी जारी रहा। टीम ने देर रात तक इलाकों का जायजा लिया। इस दौरान देहलीगेट क्षेत्र के जंगलगढ़ी में अवैध तरीके से पशुओं की खाल व हड्डी का व्यापार करने वाले गोदाम को हटवाए जाने की कार्रवाई शुरू कर दी हैं। दिन भर गोदाम में भरे मलबे को हटवाया जाता रहा।एडीएम सिटी ने बताया कि राजस्व, पुलिस, परिवहन, प्रदूषण, पशुपालन, खाद्य सुरक्षा विभाग समेत सभी दस विभाग इस दिशा में अपने-अपने स्तर से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि टीम शहर के अलम अंबार एक्सपोर्ट, अलाना, अल तबाक, अलदुआ, अल- हसन, अल हम्द समेत आठ बूचड़खानों में ईटीपी प्लांट, पानी के निस्तारण, प्रोसेसिंग आदि व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण करेगी। टीम की गोपनीय रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।एडीएम सिटी ने बताया कि 26 सितंबर को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, नगर निगम, पशु पालन विभाग की संयुक्त टीमों ने अलग-अलग इलाकों में पहुंचकर जांच की। एचएमए प्लांट को नोटिस देने के साथ ही पर्यावरणीय क्षति के आरोप में जुर्माने की भी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि पशु वधशालाओं की इकाइयों के निरीक्षण में मिली कमियों के निराकरण, दुर्गंध के नियंत्रण के लिए उद्योगों में स्थापित किए गए बायो फिल्टर प्लांट का नियमित संचालन करने, कुशल कार्मिक की नियुक्ति करने के साथ ही 15 दिन में दक्षता व उपयुक्तता प्रमाण पत्र देने के निर्देश दिए गए हैं।उन्होंने बताया कि अभियान गोदाम के पूरी तरह से खाली होने व हटाने तक लगातार जारी रहेगा। इस अवसर पर सिटी मजिस्ट्रेट रामशंकर, एसीएम प्रथम सुधीर कुमार सोनी, एसीएम द्वितीय संजय मिश्रा, सीओ प्रथम अभय पांडे, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी राधेश्याम, एई उपेंद्र प्रसाद, नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त वीर सिंह आदि थे।