टीबी रोग के खात्मे के लिए नियमित दवाओं के साथ पौष्टिक आहार जरूरी -इन्द्र विक्रम सिंह, जिलाधिकारी
कृष्णांजलि सभागार में 2806 क्षय रोगियों को प्रदान की गयी पोषण पोटली
अलीगढ़-मा0 प्रधानमंत्री जी के आव्हान पर 2025 तक समूचे भारतवर्ष को टीबी रोग से मुक्त करना है। जनपद में लगभग 6500 क्षय रोगियों को चिन्हित कर उनका इलाज किया जा रहा है। सरकार द्वारा प्रतिमाह 500 रूपये उनके बैंक खाते में दिए जा रहे हैं। मा0 राज्यपाल महोदया के आव्हान पर स्वयंसेवी संगठनों, औद्योगिक इकाईयों एवं गणमान्य नागरिकों द्वारा क्षय रोगियों को गोद लेकर उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा रहा है।
उक्त उद्गार जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत कृष्णांजलि सभागार में आयोजित क्षय रोगियों को पोषण पोटली का वितरण कार्यक्रम में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि टीबी रोग के खात्मे के लिए नियमित दवाओं के साथ पौष्टिक आहार जरूरी होता है। पौष्टिक आहार का मतलब महंगे व्यंजन कतई नहीं होते हैं। समाज में प्रचलित धारणा है कि पौष्टिक आहार यानि महंगा भोजन, जबकि हम अपने आसपास मौजूद खाद्य सामग्री से भी पर्याप्त पोषण प्राप्त कर सकते हैं।
बुधवार को कृष्णांजलि सभागार में जे0के0 सीमेंट एवं अल्ट्राटेक सीमेंट के सौजन्य से 2806 टीबी ग्रस्त व्यक्तियों को पोषण पोटली प्रदान की गयी। मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 नीरज त्यागी ने बताया कि मरीजों से कहा कि वह समय पर दवा लेने के साथ ही अपने खानपान का भी ध्यान रखें। इस अवसर पर सीडीओ आकांक्षा राना समेत चिकित्सक एवं लाभार्थी मरीज उपस्थित रहे।