विश्व शांति जन कल्याण की कामना के लिए श्री शांतिनाथ महामंडल विधान का आयोजन।
28 अप्रैल से 30 अप्रैल तक मंगल महाअर्चना धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन

सोमवार को खिरनी गेट स्थित श्री लख्मीचंद पांड्या खंडेलवाल दिगम्बर जैन ट्रस्ट मंदिर में मुनि सेवा समिति के तत्वावधान में अक्षय तृतीया पर्व के पावन अवसर पर विश्व शांति जन कल्याण की कामना के लिए श्री शांतिनाथ महामंडल विधान का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं द्वारा पूजा अर्चना कर भगवान से विश्व शांति जन कल्याण की कामना की गई। आचार्य श्री 108 आदित्य सागर जी मुनिराज ससंघ के पावन सानिध्य एवं विधानाचार्य शुभम भैया जी के निर्देशन में संगीत की लहरों में साथ जितेंद्र एण्ड पार्टी भरतपुर द्वारा त्रिदिवसीय 28 अप्रैल से 30 अप्रैल तक मंगल महाअर्चना धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन ध्वजारोहण की मांगलिक क्रियाओं से प्रारंभ हुआ।ध्वजारोहण करने का सौभाग्य कस्तूरी देवी जैन राजीव जैन श्रीमती इंद्रा जैन परिवार को प्राप्त हुआ। उससे पूर्व मंदिर जी में प्रात: मूलनायक भगवान का अभिषेक एवं शांतिधारा हुई। प्रथम अभिषेक करने का सौभाग्य संजय जैन परिवार एवं सौधर्म इंद्र इंद्राणी बनने का विजय कुमार जैन निशि जैन सेठ संस परिवार को प्राप्त हुआ। चित्र अनावरण करने का सौभाग्य नरेश कुमार जैन राजेश जैन परिवार को दीप प्रज्जवलन राजकुमार जैन पवन जैन कलाई परिवार को आचार्य श्री के पाद प्रक्षालन प्रदीप जैन प्रिया जैन परिवार छिपेटी परिवार एवं शास्त्र भेंट श्रीमती धर्मश्री जैन को प्राप्त हुआ। आचार्य श्री ने अपने प्रवचन में पहलगाम हमले की कड़े शब्दों में निंदा की उन्होंने कहा कि यह दु:खद घटना है, जिसकी जितनी भी निंदा की जाए, कम है यह आतंकवाद नहीं, महाआतंकवाद है किसी निर्दोष व्यक्ति को सिर्फ इसलिए मारा जाता है, क्योंकि वह किसी धर्म विशेष से जुड़ा हुआ है और ऐसा भारत की भूमि में होना हृदयविदारक है ऐसी घटना से हमें सतर्क और अलर्ट रहने की आवश्यकता है. सामूहिक स्तर पर इसका समाधान खोजा जाना चाहिए और कठोर से कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए हमें ध्यान रखना पड़ेगा कि दुनिया में आतंक किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है. किसी भी समस्या का समाधान हमेशा अहिंसा, प्रेम और शांति से होता है हम सभी को राष्ट्रीय भावनाओं से बढ़ना चाहिए और अपने राष्ट्र के प्रति अपनी जवाबदेही को ध्यान में रखते हुए देश के हर नागरिक को प्रेम देना चाहिए उन्होंने यह भी कहा कि आज अहिंसा की बहुत जरूरत है लेकिन अहिंसा का मतलब कायरता नहीं है। उन्होंने कहा कि भगवान महावीर ने कहा है कि अभय हुए बिना हिंसक नहीं हो सकता। देशवासियों को अभय बनाने के लिए भारत सरकार को सख्ती से पेश आना होगा और सख्त से सख्त कारवाई करनी होगी। शाम को आरती ,गुरुभक्ति एवं सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। इस मौके पर प्रद्युम्न कुमार जैन ,नरेंद्र कुमार जैन,सुशील कुमार जैन,मयंक जैन,उदयवीर सिंह जैन ,संतोष जैन,गौरव जैन ,प्रकाश जैन,दीपेंद्र जैन,हरिकांत जैन,प्रदीप जैन,मधु जैन, पूर्वी जैन,रीता जैन,मंगेश जैन,अर्चना जैन,मीनू जैन,कल्पना जैन, बीना जैन मुख्य रूप से उपस्थित रहे।