तेहरान. पूर्वी ईरान (Iran) के बिरजंद विशेष आर्थिक क्षेत्र में एक तेल रिफाइनरी (Refinery) में एक बड़े विस्फोट (Massive Explosion) से हड़कंप मच गया है. जिससे अब रिफाइनरी की सभी 18 भंडारण इकाइयों में आग (Massive Fire) लग गई है. आगे विस्फोटों के लगातार खतरे के कारण बचाव दल अस्थायी रूप से मौके से हट गए हैं. ईरान की न्यूज एजेंसी आईआरएनए की रिपोर्ट के मुताबिक इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. आईआरएनए से बात करते हुए गवर्नर अली फजेली ने कहा कि आग बिरजंद आर्थिक विशेष क्षेत्र की रिफाइनरी के सभी 18 भंडारों में फैल गई है, और आग की तेजी बढ़ गई है.उन्होंने कहा कि तीन भंडारण यूनिटों में पहले ही धमाके हो चुके हैं और आग बाकी सभी भंडारण इकाइयों में फैल गई है. आईआरएनए की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान के आंतरिक मंत्री अहमद वाहिदी ने दक्षिण खुरासान प्रांत के गवर्नर के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और रिफाइनरी में ताजा हालात के बारे में पूछा. गवर्नर ने वाहिदी को आपातकालीन सेवाओं और कार्यकारी अधिकारियों द्वारा किए जा रहे चल रहे संकट प्रबंधन प्रयासों के बारे में जानकारी दी.
गौरतलब है कि हाल के दिनों में ईरान के संयंत्रों में धमाके और आगजनी की खबरें लगातार सामने आईं हैं. अक्टूबर में ही तेहरान के बाहरी इलाके में मौजूद पारंद बिजली संयंत्र में एक विस्फोट हुआ था. जिसमें कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए थे. इलाके के गवर्नर ने इस विस्फोट के लिए कर्मचारियों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया था. यह विस्फोट संयंत्र की टर्बाइनों तक ईंधन पहुंचाने के लिए जिम्मेदार गैस पाइपलाइन में हुआ था. गैस पाइपलाइन के एक हिस्से को नुकसान पहुंचने के बावजूद बिजली संयंत्र का संचालन बिना किसी रुकावट के जारी रहा और इसके बुनियादी ढांचे को नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं थी.
50 मेगावॉट के इस बिजली संयंत्र को राजधानी के बिजली नेटवर्क के भीतर वोल्टेज के मुद्दों को हल करने के लिए बनाया गया था. यह घटना भी उन अज्ञात विस्फोटों और आग की एक श्रृंखला का हिस्सा थी, जिसने 2020 के मध्य से कई ईरानी सैन्य, परमाणु और औद्योगिक सुविधाओं को प्रभावित किया है. इसी तरह 28 जनवरी को एस्फहान में एक ईरानी सैन्य उद्योग कारखाने में आग लग गई थी. जिसके बारे में संदेह है कि यह ड्रोन हमले का नतीजा था. हालांकि अधिकारियों ने इन घटनाओं के लिए व्यापक स्पष्टीकरण नहीं दिया था, लेकिन उन्होंने सुविधाओं पर कई हाई-प्रोफाइल तोड़फोड़ हमलों को इजरायल से जोड़ा है. इजरायल ने आधिकारिक तौर पर इनमें से किसी भी घटना की जिम्मेदारी का दावा नहीं किया है.