पीडीएच होल्डर और एनईटी योग्य शिक्षक कमलेश कुमार छात्रों को ड्रग्स की लत लगाकर उनके भविष्य को बर्बाद कर रहा था
दिल्ली पुलिस ने 50 किलो गांजे, नकदी और ऑटो के साथ पकड़ा.
कभी कॉलेजों में गेस्ट फैकल्टी के रूप में पढ़ा कर छात्रों के भविष्य को बनाने में उनकी सहायता करने वाला एक प्रोफेसर जो खुद PHD होल्डर और NET क्वालीफाई कर चुका है, वह छात्रों को सही राह पर ले जाने के बदले खुद ही भटकाने लगा. वह अपने साथियों के साथ मिल कर छात्रों को नशे की दलदल में धकेलने लगा.यह सब उसने सिर्फ और सिर्फ शॉर्ट-कट और जल्दी से पैसे कमाने की चाह में किया. लेकिन उसका यह खेल ज्यादा दिन तक नहीं चल सका और इसकी भनक दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की टीम को लग गयी और उन्होंने छात्रों के भविष्य को बर्बाद करने वाले इस शख्स को एक रिसीवर के साथ दबोच लिया. इस मामले में एक नाबालिग को भी हिरासत में लिया गया है.
आरोपी PHD होल्डर और NET क्वालीफायर
डीसीपी सतीश कुमार ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि, इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान, प्रयागराज, यूपी के रहने वाले कमलेश कुमार और सुजीत कुमार साह के रूप में हुई है. इनके कब्जे से फ़ाईन क्वालिटी का 50 किलो गांजा, 50 हजार कैश और तस्करी में प्रयक्त ऑटो भी बरामद किया गया है. कमलेश PHD होल्डर है और उसने NET भी क्वालीफाई किया है. यह पहले यूपी के कई कॉलेज में गेस्ट फैकल्टी के रूप में छात्रों को पढ़ाता था. लेकिन बाद में यह गांजे की तस्करी और फिर इसके सप्लाई में लिप्त हो गया. यह अपने साथियों के साथ मिल कर दिल्ली के मुखर्जी नगर और मौरिस नगर में रहकर यूपीएससी और दूसरे कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी कर रहे स्टूडेंट को ड्रग्स की लत लग कर उनके भविष्य को बर्बाद कर रहा था.
मुखर्जी नगर और मौरिस नगर के स्टूडेंट एरिया में बिकवाते थे गांजा
डीसीपी ने बताया कि आरोपी प्रोफेसर अपने सहयोगी की सहायता से उड़ीसा से गांजे की खेप को दिल्ली मंगवाता था. सुजीत ऑटो में गांजे को रख कर उंसके जीजा वीरेंद्र तक लेकर जाता था, जहां उसका जीजा वीरेंद्र, गांजे को छोटे-छोटे पाउच में भरवाकर मुखर्जी नगर और मौरिस नगर, जहां बड़ी संख्या में छात्र रहते हैं, में प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को बेचता था. लेकिन क्राइम ब्रांच पुलिस को प्रोफेसर के इस गोरखधंधे के बारे में खबर लग गई. पुलिस ने प्राप्त जानकारी को विकसित किया और इनके बारे में तमाम जानकारियों को जुटाया. जिसके बाद एसीपी विवेक त्यागी की देखरेख में इंस्पेक्टर अजय और पुखराज की टीम ने कमलेश कुमार और सुजीत कुमार को इनके एक नाबालिग साथी के साथ दबोच लिया.
दिल्ली में मंगवाता था गांजा की खेप
पुलिस के अनुसार कमलेश कुमार एयरफोर्स से रिटायर्ड है. इनको नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से जहांगीरपुरी जाने के दौरान पुलिस टीम ने ट्रैप लगाकर पकड़ा. पूछताछ में सुजीत कुमार ने बताया कि उसका जीजा वीरेंद्र, कमलेश कुमार के साथ मिलकर गांजा की खेप दिल्ली में मंगवाता था. आगे उसे फिर स्टूडेंट एरिया में बिकवाता था. पुलिस टीम इस मामले में अब वीरेंद्र की तलाश कर रही है.